जिले में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामले, बीते एक माह में मिले 06 मरीज
डेंगू के फैलाव को रोकने के लिये विभाग गंभीर, प्रभावित इलाकों में कराया जा रहा छिड़काव:
थोड़ी सी सतर्कता व घर के आस-पास के सफाई इंतजाम का ध्यान रख कर बीमारी से बचाव संभव:
श्रीनारद मीडिया‚ अररिया, (बिहार)
जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते एक माह के दौरान जिले में डेंगू के 06 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें 03 मरीज जहां स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं शेष 03 का इलाज जारी है। डेंगू प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा फागिंग का कार्य किया जा रहा है। अब तक प्रभावित चार क्षेत्रों में फागिंग का कार्य संपन्न हो चुका है। खासतौर पर मरीजों के घर से 500 मीटर के दायरे में फागिंग का कार्य संपन्न कराया जा रहा है। ताकि संबंधित क्षेत्र में डेंगू के प्रसार के खतरों को कम किया जा सके।
फारबिसगंज प्रखंड में सामने आये सबसे अधिक मामले
जानकारी मुताबिक अब तक डेंगू के सबसे अधिक मामले फारिसगंज प्रखंड से सामने आये हैं। फारबिसगंज के फेनागढ़ वार्ड संख्या 10, ढोलबज्जा वार्ड संख्या 11 व भागकोहलिया वार्ड संख्या 23 में डेंगू के मामले मिले हैं। वहीं नरपतगंज प्रखंड में खापदह वार्ड संख्या 11, श्यामनगर वार्ड संख्या 25 में भी डेंगू के मामले सामने आये हैं। वहीं रानीगंज प्रखंड के हासा वार्ड संख्या 06 में डेंगू का मामला सामने आ चुका है। डेंगू का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा खापदह, श्यामनगर, हासा व भागकोहलिया में एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव कराया जा चुका है। शेष जगहों पर एंटी लार्वा के छिड़काव जल्द ही संपन्न कर लिया जायेगा।
थोड़ी सी सतर्कता व सावधानी से रोग से बचाव संभव:
रोग से बचाव के लिये सतर्कता व सावधानी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर विभाग खासा सतर्क है। उन्होंनें बताया कि डेंगू मादा एडीज मच्छरों के काटने से होता है। मच्छर दिन के समय खास कर सुबह में काटते हैं। बरसात के दिनों व इसके तुरंत बाद के मौसम में बीमारी की संभावना अधिक होती है। ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार, सिर, मांसपेशियों व जोडों में दर्द, आंखों के निचले हिस्से में दर्द, कमजोरी, भूख की कमी, शरीर खासकर चेहरे, गर्दन व छाती में लाल गुलाबी रंग के रैशेज होना रोग के सामान्य लक्षण है। डेंगू प्रभावित मरीजों के खून में प्लेटलेट्स अचानक काफी कम हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिले के सभी चिकित्सा केंद्रों पर डेंगू मरीजों की जांच व समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
बचाव के लिये करें ये उपाय:
मच्छरों से बचाव के लिए घर की साफ -सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। घर के किसी हिस्से में पानी नहीं जमा होने दें। सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें। बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं। घर व इसके आसपास गंदगी व जलजमाव नहीं होने दें। दिन के समय भी मच्छर से बचाव के लिये प्रयुक्त साधनों का उपयोग करें।
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