वाराणसी में कोविड कंट्रोल प्रबंधन की तर्ज पर होगा डेंगू पर नियंत्रण
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / जनपद में डेंगू के बढ़ रहे केसों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट हो गए हैं। जिलाधिकारी कौशल राम शर्मा ने कहा कि कोविड कंट्रोल प्रबंधन की तर्ज पर डेंगू पर नियंत्रण किया जाएगा। डेंगू कंट्रोल रूम से हॉस्पिटलाइजेशन, दवाई वितरण, एंबुलेंस सेवा, परीक्षण, फागिग, एंटी लारवा छिड़काव, मरीज की चिकित्सा व उसके ठीक होने का अनुश्रवण, रैपिड रिस्पॉन्स टीमों के मोबिलाइजेशन, सरकारी-प्राइवेट अस्पतालों में मरीज की भर्ती आदि का प्रतिदिन पर्यवेक्षण व आवश्यक व्यवस्था होगी। जिलाधिकारी ने तत्काल ही यह व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को विकास भवन सभाकक्ष में जनपद के विकास कार्यों के प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि डेंगू व अन्य बुखार से बचाव हेतु कोविड कंट्रोल प्रबंधन की तरह कार्यवाही होगी। सेंट्रल कंट्रोल रूम व विभिन्न विभागों में कार्यरत कंट्रोल रूम से प्रतिदिन सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की प्रातः 8:15 बजे उपस्थिति चेक होगी। तहसीलो व ब्लाकों पर अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रातः 10:00 बजे व अपराहन 6:00 बजे उपस्थिति फोन आदि से ली जाएगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल सहित विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
16 सितंबर तक चलेगा फीवर ट्रैकिंग का विशेष अभियान
7 सितंबर से 16 सितंबर तक फीवर ट्रैकिंग का विशेष अभियान चलेगा, जिसमें विभिन्न प्रकार यथा-डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया, कालाजार आदि के फीवर, टीवी के केस, 0-2 वर्ष तक के टीकाकरण से छूटे बच्चे तथा 45 से 60 वर्ष आयु के कोविड वैक्सीनेशन से छूटे व्यक्तियों को ट्रेस कर उनका टीकाकरण व उपचार की कार्रवाई की जाएगी। डेंगू कंट्रोल हेतु मरीज के सोर्स ट्रेनिंग ट्रेस कर वहां सैनिटाइजेशन होगा। वाटर लॉगिंग क्षेत्रों को डीईसेक्टिसाइड किया जाएगा।
गोल्डन कार्ड की धीमी प्रगति पर डीएम नाराज
आयुष्मान भारत में गोल्डन कार्ड की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्ति को 5 लाख तक फ्री चिकित्सा की प्रधानमंत्री की यह महत्वाकांक्षी योजना है। इस माह 100 फ़ीसदी गोल्डन कार्ड बनने का निर्देश देते हुए आगाह किया कि जहां प्रगति कम होगी वहां के खंड विकास अधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी का वेतन रोका जाएगा तथा उस गांव का सेक्रेटरी, एएनएम निलंबित होंगी व आशा की सेवा समाप्त होगी। 10 दिन में ही इसके अच्छे परिणाम दिखाई दे। गांव में ही इलाज के लिए 138 हेल्थ व वैलनेस सेंटर संचालित हैं। खंड विकास अधिकारी इनका निरीक्षण करें।
स्वास्थ्य परिक्षण की धीमी गति पर प्रभारी को जारी की चेतावनी
जिलाधिकारी ने कहा कि सेक्रेटरी प्रतिदिन सेंटर पर जाएं देखें मरीजों को दवा मिल रही है। जिलाधिकारी ने रामनगर व शिवपुर में सीटी स्कैन व डायलिसिस मशीनों की स्थापना का सुझाव देते हुए इसके प्रस्ताव तैयार करने को कहा। डेंगू प्रभावित 61 गांव के समस्त स्कूलों, आंगनवाड़ी के बच्चों को 2 दिन में स्वास्थ्य परीक्षण चेक व आवश्यकतानुसार दवाई देने के निर्देश दिए। इसके लिए 16 स्वास्थ्य टीमें लगी है। अब तक की स्वास्थ्य परीक्षण की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने इसके प्रभारी डॉ गुप्ता को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिये।
45 से 60 वर्ष उम्र वालों का तत्काल कोविड वैक्सीनेशन कराएं
10 वर्ष तक के बच्चों के माता-पिता तथा 45 से 60 वर्ष आयु के लोगों का तत्काल कोरोना वैक्सीनेशन हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कहा। डेंगू व अन्य फीवर कंट्रोल हेतु किए कार्यों के परीक्षण हेतु जिला स्तरीय अधिकारी गांवो में जाकर कार्यों को देखेंगे व रिपोर्ट देंगे।