तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद दूषित पानी पीने को मजबूर है जिलेवासी
श्रीनारद मीडिया: अमितेश कुमार झा (सहरसा) बिहार !
सरकार के सात निश्चय योजना के अंतर्गत नल जल योजना अपनी निष्क्रियता की पोल खोल रही हैl एक तरफ सरकार का कहना है कि दूषित जल से कई प्रकार की बीमारियां होती है अतः नल जल योजना सुचारु रुप से लागू कर लोगों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जाएगा l तथा लोगों को दूषित जल से होने वाली रोगों से छुटकारा दिलाया जाएगा l मालूम हो कि सहरसा के अधिकांश क्षेत्र बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हैं l जहां दूषित जल से होने वाले रोग की अधिक समस्या बनी रहती है l पंचायत के हर एक वार्ड में बनी यह जल नल का प्लांट जिसमें लाखों की लागत हैं l वही कुछ सरकारी चमचे वो ठेकेदार किस्म के लोग इसे हाशिए लिया है और अपनी पॉकेट गर्म करने में लगे है l बहरहाल सहरसा जिले के सत्तर कटैया प्रखंड के बड़ा गांव के साथ-साथ सीहोल पटोरी बिजलपुर पूरीख आदि पंचायत में योजना का लाभ लेने को लोग अक्षम है l पानी का लीक होना तथा मशीन की खराबी का भी समय से निदान नहीं हो पाता है l सूत्रों के मुताबिक जिले के पंप चालक का भुगतान भी समय पर नहीं किया जा रहा है और जब भुगतान के लिए ठेकेदार को कहा जाता है नौकरी से हटा देने की धमकी देता है lपरिणाम केवल सरकारी खानापूर्ति हो रही हैl सरकार के विभाग ने शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया था जो काम नहीं कर रहा है यदि कभी कभाल काम करता भी है, तो शिकायतों की क्रम बन कर रह जाती है l जिससे स्पष्ट है कि यह केवल एक विभागीय खानापूर्ति है,तथा सरकार की उदासीनता की पोल खोल रही है l पूर्व जिप सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण आनंद ,जदयू नेता धीरज कुमार लालू ,बारा के वर्तमान मुखिया रोहित मुखिया, सरपंच विजय झा आदि ने जिलाधिकारी से मामले की जांच कर लोगों को योजना की लाभ दिलाने की मांग किया है l
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