वैक्सीन के 100 करोड़ डोज पूरा होने के बावजूद 25 फीसदी लोगों ने नहीं लगवाए टीके : डॉ वीके पॉल
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कोरोना टीकाकरण अभियान में भारत ने नया इतिहास रच दिया है. गुरुवार को देश में कोरोना को 100 करोड़ से अधिक कोरोना टीके की खुराक लगाई जा चुकी है. लेकिन, देश में कुल आबादी के 25 फीसदी लोगों ने अब भी कोरोना वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं लगवाई है. नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वीके पॉल ने गुरुवार को कहा कि देश में करीब 75 फीसदी से अधिक वयस्कों को कोरोना टीके की पहली खुराक दी है और करीब 30 फीसदी लोगों ने दोनों खुराक ले ली है, लेकिन करीब 20 फीसदी आबादी ऐसी है, जिसने टीके की एक भी खुराक नहीं है.
10 करोड़ लोगों को नहीं लगी है दूसरी खुराक
उन्होंने कहा कि देश के जिन 25 फीसदी वयस्कों ने अभी तक टीके नहीं लगवाए, वे इसे लगाने के योग्य है, लेकिन उनमें जागरूकता है अभाव है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने पहली खुराक नहीं है, उनके टीकाकरण का प्रयास आगे जारी रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत के 30 फीसदी लोगों ने दोनों खुराक ले ली है और करीब 10 करोड़ लोगों की दूसरी खुराक लेना अभी बाकी है. उन्हें दूसरी खुराक लग जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक नहीं है. यह काम अभी अधूरा है और ऐसे लोगों को दूसरी खुराक लेने के लिए दोबारा सूचना देनी चाहिए.
डॉ पॉल ने आगे कहा कि 100 करोड़ डोज़ के आंकड़े पर पहुंचाना बहुत ही अद्भुत है और ये वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने के सिर्फ 9 महीने में हासिल किया गया है. ये राज्य सरकारों, ज़िला टीमों और लोगों की उपलब्धि है.
पीएम मोदी ने दी बधाई
देश में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘हमारे डॉक्टरों, नर्सों और उन सभी को धन्यवाद, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए काम किया.’ उन्होंने कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज़ हो गया है. भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज़ का आंकड़ा पार कर लिया है. 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का मुकाबला करने के लिए देश के पास अब 100 करोड़ वैक्सीन डोज़ का मज़बूत सुरक्षा कवच है. ये उपलब्धि भारत और भारत के प्रत्येक नागरिक की है.
सिर्फ नौ महीने में हासिल की उपलब्धि : मंडाविया
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज भारत ने 100 करोड़ कोविड वैक्सीन लगाने की बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है. आज का दिन भारत के इतिहास में स्वर्णिम दिन के तौर पर दर्ज़ होगा. हमने 100 करोड़ वैक्सीन सिर्फ 9 महीने में लगाई है.
दशकों का अनुभव आया काम : डॉ बलराम भार्गव
आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीनेशन का पहले से कई दशकों का अनुभव होने की वजह से भी हम यह मुकाम हासिल कर पाए हैं. दूसरी जो वजह है, वह स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जो प्राथमिकता दी गई इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम को वह तारीफ योग्य है.
भारत के लिए बहुत खास है यह माइल स्टोन : WHO
इस मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि भारत का ये माइलस्टोन बहुत खास है, क्योंकि भारत ने अपने देश की जनता के साथ दुनिया के और देशों को भी वैक्सीन की करोड़ों डोज़ दी हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत को इस कामयाबी के लिए बहुत बधाई देता है.
यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव : अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुनिया के बड़े-बड़े देशों जिनका हेल्थकेयर सिस्टम बहुत अच्छा है, उनसे भी बेहतर तरीके से प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने देशभर में व्यापक रूप से वैक्सीनेशन किया. आज 100 करोड़ वैक्सीनेशन का बहुत महत्वपूर्ण पड़ाव पार हुआ है.
देश की इच्छाशक्ति का परिणाम है रिकॉर्ड
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि महामारी के इस दौर में जिस तरह से लोगों ने अनुशासन रखा, कोरोना के सारे दिशा-निर्देशों का पालन किया और अपनी इच्छाशक्ति, आत्मशक्ति और अपने विश्वास को बनाए रखा उसी का परिणाम है कि आज देश ने 100 करोड़ कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार किया है.