शिव-पार्वती विवाह की अमरकथा सुन भावविह्वल हुए श्रद्धालु
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के सिकंदरपुर गांव स्थित नवनिर्मित हनुमान मंदिर में हनुमंत प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित पांच दिवसीय श्री मारुतिनंदन महायज्ञ के तत्वावधान में चल रही श्रीराम कथा में वृंदावन से पधारीं कथावाचिका प्रज्ञा शुक्ला ने श्रोताओं को भगवान शिव व पार्वती के विवाह का अमरकथा प्रसंग सुनाकर भावविभोर कर दिया।
श्रीराम कथा और श्री मारुतिनंदन महायज्ञ में पहुंचे मुख्य अतिथि सह समाजसेवी डॉ अशरफ अली ने सांध्य आरती में भाग लिया और कथावाचिका प्रज्ञा शुक्ला को शॉल देकर सम्मानित किया। विदित हो कि गरीब समाजवादी समिति बड़हरिया के तत्वावधान में आयोजित मुफ्त चिकित्सा शिविर में उन्होंने मरीजों का इलाज किया।
विदित हो कि मारुतिनंदन महायज्ञ के मौके पर डॉ अशरफ अली द्वारा नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है। इस मौके पर कथावाचिका प्रज्ञा शुक्ला ने बताया कि पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा प्रकट हुईं और उन्हें बेटी के रूप में उनके घर में अवतरित होने का वरदान दिया। इसके बाद माता पार्वती हिमालय के घर अवतरित हुईं। बेटी के बड़ी होने पर पर्वतराज को उनकी शादी की चिंता सताने लगी। माता पार्वती बचपन से ही भगवान भोलेनाथ की आराधक थीं ।
एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोले शंकर के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया। कथावाचिका प्रज्ञा शुक्ला ने कहा कि नंदी पर सवार होकर भोलेनाथ जब भूत-पिशाच और अपने गणों के साथ बारात लेकर पहुंचे तो उसे देखकर पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित हो गए। लेकिन मां पार्वती विचलित नहीं हुईं। उन्होंने खुशी से भोलेनाथ को अपने पति के रूप में स्वीकार कर लिया।
श्रीराम कथा में शिव और पार्वती का विवाहोत्सव धूमधाम से मनाया गया।इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष रवींद्र शर्मा, गणेश यादव, राजू साह,महेश यादव, जीतेंद्र शर्मा,रजनीश कुमार पप्पू,शिववचन शर्मा, समाजसेवी शमशेर अली उर्फ शेरा भाई, कृष्णा कुमार, पूर्व मुखियापति शशिकांत यादव, मुखियापति मो इम्तियाज अली, टुनटुन यादव, महताब तौआव आदि उपस्थित थे।