देवरा ढोढ़ी चाटना बा… गाना को लेकर बवाल,क्यों ?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देवरा ढोढ़ी चाटना बा… घरवा में घटल घटना बा..यह भोजपुरी गाना इन दिनों सोशल मीडिया पर तहालका मचा रहा है. यह गाना यूट्यूब पर रिलीज होते ही हर किसी के जुबां पर चढ़ गया. यूट्यूब चैनल पर इस गाने को 15 लाख से अधिक बार देखा गया है. इस गाने को चंदन चंचल ने गया है. इस गाने को लेकर लोग तरह-की बातें कर रहे है. लोगों का कहना है कि ऐसे गाना गाकर भोजपुरी को बदनाम किया जा रहा है. वहीं, गायक का कहना है कि लोग ऐसे ही गाना पसंद कर रहे है.
Bhojpuri New Song 2022: देवरा ढोढ़ी चाटना बा… घरवा में घटल घटना बा… यह सवाल पूछने के लिए कई यूट्यूबर पत्रकार गायक के घर पहुंच गये और गायक चंदन चंचल के पिता से पूछने लगे कि कोई भी देवर अपनी भाभी का ढोढ़ी चाटता है क्या?. उन्होंने इस सवाल का जवाब दिया कि नहीं. ऐसा काम कोई भी नहीं करता है. जब इस गाने को लेकर गायक चंदन चंचल के पिता से पूछा गया कि क्या इस तरह का गाना सही है तो उन्होंने ने भी इस गाने को गलत और अश्लील बताया.
एक पत्रकार ने गायक के भाभी से पूछा- देवर ढोढ़ी चाटेला…
देवरा ढोढ़ी चाटना बा… घरवा में घटल घटना बा… यह गाना यूट्यूब पर रिलीज होने के बाद कई यूट्बर पत्रकार गायक चंदन चंचल के गांव पहुंचकर रिपोर्टिंग करना शुरू कर दिये है. एक यूट्बर पत्रकार ने गायक चंदन चंचल की भाभी से भी पूछ दिया कि आपके देवर एक गाना गाया है. देवरा ढोढ़ी चाटना बा… घरवा में घटल घटना बा… क्या यह बात सही है. आप उनकर भाभी है, आपही सही सही बता सकती है कि देवर भाभी की ढोढ़ी चाटता है. इसके अलावा भी कई सवाल उनसे पूछा गया है.
ग्रामीणों ने कहा- आज कल ऐसे ही गाना लोग सुनना पसंद कर रहे है
जब गांव में जाकर कुछ यूट्बर पत्रकार इस तरह के गाने का विरोध करते हुए कहा कि यह गाना अश्लील है. ऐसा गाना किसी भी कलाकर को नहीं गाना चाहिए. इस तरह का गाना हमारे भोजपुरी को बदनाम करता है. इसलिए इस गाने का विरोध करना चाहिए. इसपर ग्रामीणों ने कहा कि आज कल इसी तरह का गाना लोग सुनना पसंद कर रहे है. वहीं, गायक का कहना है कि जिस तरह के लोग गाना सुनना पसंद करेंगे, उसी प्रकार का गाना परोसा जाएगा.
बस आपको और हमसबको मिलकर बेहतर और साफ़-सुथरा कंटेंट प्रमोट करना पड़ेगा क्योंकि आज भी अच्छा सुनने वालों की कमी नहीं है। वरना भोजपुरी तो अश्लीलता का पर्याय बन ही चुकी है।
आज नही तो कल भोजपुरी संविधान की आठवी अनुसूची में भी शामिल हो ही जाएगी,लेकिन फायदा क्या होगा जब भोजपुरी में से भोजपुरी की मिठास गायब हो जाएगी, शरीर से आत्मा ही निकल जाएगी और रह जायेगा मृतक शरीर के रूप में अश्लीलता सिर्फ अश्लीलता…!!!