डीजीपी एसके सिंघल अचानक पहुंचे थाना, थानेदार को किया सस्‍पेंड.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार की राजधानी पटना में लगातार बढ़ते आपराधिक मामलों के बीच पुलिस विभाग के सबसे बड़े अफसर यानी डीजीपी एसके सिंघल शुक्रवार को एक्‍शन में दिखे। डीजीपी शुक्रवार की शाम अचानक पटना के गांधी मैदान थाना पहुंच गए। डीजीपी के थानेे में पहुंचने की खबर सुनते ही पूरे शहर के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। दूसरे थानों के अफसर भी अपने यहां चीजों को ठीक करने में जुट गए।

एक-एक चीज को बारीकी से देखा 

बिहार पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजीव कुमार सिंघल ने शुक्रवार रात गांधी मैदान थाने का औचक निरीक्षण किया और स्टेशन डायरी 24 घंटे से अधिक समय तक पेंडिंग मिलने पर थानाध्यक्ष रणजीत वत्स को निलंबित कर दिया। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने निलंबन की पुष्टि की और बताया कि निरीक्षण के दौरान कई दस्तावेजों में त्रुटि पाई गई थी। उसे दुरुस्त करने का आदेश दिया गया है। हालांकि, अब तक नए थानाध्यक्ष की तैनाती नहीं की गई है। अपर थानाध्यक्ष को प्रभार दिया गया है। निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक (सीआइडी) जितेंद्र कुमार, सेंट्रल रेंज आइजी राकेश राठी, एसएसपी, ट्रैफिक एसपी अनिल कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

जनता के बीच छवि सुधारेगी पुलिस

पटना में लगातार बढ़ती घटनाओं पर डीजीपी ने कहा कि हाल के दिनों हुई वारदातों से पूरी पुलिस को एक दृष्टिकोण से देखना सही नहीं होगा। हमारे वरीय पदाधिकारी लगातार विभिन्न जिलों के थानों में जाएंगे। लोगों से भी अधिक मेल-जोल बढ़ाएंगे, ताकि जनता के बीच पुलिस की छवि में सुधार आ सके।

चोरी और सड़क लूट की घटनाएं बढ़ीं

डीजीपी ने कहा कि वर्ष 2021 के आंकड़ों पर गौर करें तो पहले की तुलना में 350 हत्याएं कम हुई हैं। दुष्कर्म की घटनाओं में भी कमी आई है। डीजीपी ने स्वीकार किया कि चोरी और सड़क लूट की वारदातों में बढ़ोतरी हुई है, जिस पर अंकुश लगाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वहीं, भागलपुर में बम विस्फोट की घटना पर उन्होंने कहा कि गश्ती बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। संबंधित थाना पुलिस को कार्रवाई के लिए कहा गया है।

जवानों को सुविधा दिलाने का प्रयास

डीजीपी ने कहा कि हमारे जवान 24 घंटे काम करते हैं। उन्हें जरूरी सुविधाएं देना जरूरी है। इस लिहाज से ट्रैफिक थाने का निरीक्षण किया गया था। वहां जवान और अधिकारी कैसे रहते हैं, ये देखा गया। कई कमियां मिलीं, जिन्हें जल्द दूर किया जाएगा।

जब्त वाहनों के निष्पादन पर हुई चर्चा 

एसएसपी ने बताया कि थानों में जब्त वाहनों के निष्पादन को लेकर वरीय अधिकारियों के साथ चर्चा की गई। इससे जुड़ा मामला हाईकोर्ट में लंबित है। शहरी क्षेत्रों के थानों में जब्त वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें सड़क पर रखना पड़ता है, जिससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है। जब्त वाहन कोर्ट की संपत्ति है। इसके रखरखाव के लिए कई दिशा-निर्देश मिले हैं, जिसपर काम किया जाएगा।

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