क्या सीवान में होता था नवजात का सौदा?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सीवान जिले के नगर थाना की पुलिस ने नवजात के तस्करी के खेल को उजागर किया.जिसमें गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं.तीन घंटे की रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद यह सफलता मिली हैं. जिसमें पुलिस टीम के साथ बाल कल्याण समिति के कर्मचारी भी शामिल थे.
बाल कल्याण समिति से मिली जानकारी के मुताबिक समिति को बीते दिनों सूचना मिली थी कि सदर अस्पताल व अन्य स्थानों से नवजातों के तस्करी का खेल हो रहा हैं. समिति को गिरोह के एक सदस्य का नंबर भी उपलब्ध कराया गया था. शुक्रवार को जिला बाल कल्याण समिति के छह सदस्य और नगर थाना के पांच पदाधिकारियों का एक टीम गठित किया गया. गठित टीम तकरीबन 11 बजे सदर अस्पताल गेट के समीप पहुंची.जहां ठेला पर चूड़ी,बिंदी व अन्य श्रृंगार के समान के दुकानों पर महिला की टीम ने तकरीबन डेढ़ घंटे तक सामान को देखा. तभी प्राप्त नंबर से बात हुई तो दो महिलाएं आई. महिलाओं से बोला गया की बच्चा चाहिए.
तभी महिलाओं ने रूपये का बात करते हुए एक दिन का जन्मी बच्ची को पुलिस वालों से बेचने की पेशकश की. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए गए लोगों में दो महिला और एक युवक शामिल हैं.जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही हैं. वही रेस्क्यु में जिला बाल कल्याण समिति राज कुमार सिंह सहायक निदेशक, सदस्य प्रिया भारद्वाज, असरार अहमद एवं शक्ति श्रीवास्तव,विशाल कुमार एवं शैलेश कुमार ,नगर थाना के पदाधिकारी राकेश कुमार एवं आकांक्षा कुमारी, कुमारी संजुक्ता चौधरी महिला सिपाही शामिल थे.
20 मिनट तक नवजात के खरीद को लेकर हुई चर्चा
पुलिस टीम के पदाधिकारियों ने सदर अस्पताल के बगल वाली गली में तकरीबन 20 मिनट तक नवजात के खरीद का लेकर बातचीत की .जैसे ही दोनों महिला बच्चा लेकर पहुंची की हिरासत में ले लिया गया. इधर तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
महिला ने बताया की बच्ची मेरी बहन का है
पूछताछ के दौरान हिरासत में ली गयी महिला ने बताया की मेरी बहन का प्रसव होना था जो कानपुर की रहने वाली लक्ष्मी देवी है. दो महीने पूर्व मेरे घर आई थी.जहां एक निजी अस्पताल में उसका प्रसव हुआ. जिसमें उसे एक पुत्री की प्राप्ति हुई. उस पहले से भी चार पुत्री हैं. जिस कारण उसने बोला कि यह बच्ची किसी को दे. तो मैंने बच्ची को दे दिया .हालांकि पूछताछ के दौरान महिला पुलिस के सामने बार -बार बयान बदल रही थी.
40 हजार में हुआ था सौदा
बातचीत के दौरान हिरासत में ली गई महिला ने बताया कि बच्ची की कीमत 40 हजार रुपए तय हुई थी. हालांकि हम लोगों को यह जानकारी नहीं था कि जिससे हम लोग सौदा कर रहे हैं वह पुलिस है. इधर इस घटना के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है. बच्ची के बरामदगी के बाद उसे चिकित्सक के यहां इलाज करवाया गया और उसे जिला दत्तक गृह को सौंप दिया गया.
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