तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से ट्राइसाइकिल सवार दिव्यांग गंभीर रूप से हुआ घायल
पुलिस की अमानवीयता से नाराज़ हुए स्वास्थ्य कर्मी
श्रीनारद मीडिया, एकमा (सारण):
छपरा-सिवान राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या -531 पर दाउदपुर थाना क्षेत्र के जैतपुर स्थित नंदलाल सिंह महाविद्यालय के समीप शुक्रवार की देर संध्या एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की टक्कर से ट्राइसाइकिल सवार दिव्यांग व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद राहगीरों की सूचना पर डायल 112 वाहन से पहुंची पुलिस ने घायल को एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया, लेकिन अमानवीय व्यवहार दिखाते हुए लावारिस हालत में छोड़कर चली गई।
पुलिस की इस हरकत को देखकर अस्पताल में मौजूद मरीजों के परिजन और स्वास्थ्य कर्मी हैरान रह गए। इसके बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने बेहोशी की हालत में घायल दिव्यांग का इलाज शुरू किया।
भीख मांगकर करता था गुजारा, हादसे में हुआ घायल:
इलाज के दौरान लगभग डेढ़ घंटे बाद होश में आने पर स्वास्थ्य कर्मियों व प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा काफी मशक्कत के बाद घायल दिव्यांग की पहचान 47 वर्षीय रामेश्वर सिंह, पिता रामनाथ सिंह, निवासी निपनिया सलेमपुर, इसुआपुर थाना क्षेत्र के रूप में हुई। होश में आने पर घायल ने बताया कि वह बैटरी से संचालित ट्राइसाइकिल पर सवार होकर भीख मांगने के लिए छपरा से सिवान की ओर जा रहे थे। इसी दौरान एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे ट्राइसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गई और वह सड़क किनारे घायल अवस्था में गिरकर बेहोश हो गया।
पुलिस प्रशासन की लापरवाही, बेहतर इलाज के लिए नहीं मिला सहयोग:
घायल दिव्यांग रामेश्वर सिंह की गंभीर स्थिति को देखते हुए एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर इरफान अहमद के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा हेतु सदर अस्पताल छपरा के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन सीएचसी एकमा के रोगी कल्याण समिति के सदस्य वीरेंद्र कुमार यादव के द्वारा जब अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर-2 एकमा, राजकुमार से जब पुलिसकर्मियों की अमानवीयता की शिकायत की गई और घायल के साथ उसके उपचार में सहयोग हेतु एंबुलेंस वाहन से सदर अस्पताल जाने के लिए पुलिसकर्मी भेजने का आग्रह किया गया, तो इसे नजरअंदाज कर दिया गया।
स्थानीय लोगों व अस्पताल कर्मियों ने पुलिस प्रशासन की इस उदासीनता पर कड़ी नाराजगी जताई। वहीं घायल को उचित उपचार दिलाने सदर अस्पताल एंबुलेंस वाहन से जाने के लिए टोल फ्री नंबर डायल 112 पर कॉल करके इस मामले में डायल 112 पुलिसकर्मियों की शिकायत की गई। इसके बाद डायल 112 के कंट्रोल रूम से पुनः इस मामले में संज्ञान लिया गया। शुक्रवार की देर रात्रि में दाउदपुर थाने की पुलिस को वहां से निर्देशित किया गया। इसके बाद एकमा सीएचसी से रेफर घायल दिव्यांग मरीज के साथ सदर अस्पताल उपचार में सहयोग हेतु जाने के लिए दाउदपुर थाने से एक चौकीदार को उपलब्ध कराया जा सका।
उल्लेखनीय है कि एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को आए दिन एकमा पुलिस अंचल क्षेत्र के विभिन्न थाना क्षेत्र के पुलिस कर्मियों के द्वारा इस तरह की अमानवीय घटनाओं से रूबरू होना पड़ता है। क्षेत्र के सभ्रांत नागरिकों ने सड़क दुर्घटना में घायल लावारिस व अज्ञात मरीजों के समुचित उपचार हेतु स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पुलिस कर्मियों को आपसी सामंजस्य स्थापित करके बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु संबंधित वरीय अधिकारियों द्वारा निर्देश जारी करने का आग्रह किया गया है।
यह भी पढ़े
बिहार में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक कार से 124 किलो गांजा जब्त किया
बिहार का मोस्ट वांटेड प्रिंस पंजाब से गिरफ्तार, 1 लाख का था इनामी, जानिए क्राइम कुंडली
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया
आधार कार्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला
गोपालगंज में कुख्यात अपराधी मनीष यादव एनकाउंटर में ढेर