भगवान शिव का वेश धारण कर सरकार का विरोध किया तो पुलिस ने किया गिरफ्तार,क्यों?

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शिव-पार्वती बन नाटक करना अपराध नहीं–सीएम हिमंत बिस्वा सरमा

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

असम के नगांव में भगवान शिव का रोल प्ले करने पर एक युवका को गिरफ्तार किया गया. मामला नगांव जिले का है. युवक पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है. जानाकारी के अनुसार युवक ने भगवान शिव के वेश में ईंधन की बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी का विरोध बीच सड़क पर कर रहा था. इस बीच पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर उसे गिरफ्तार कर लिया.

भाजपा कार्यक्रता ने दर्ज कराया मामला

भाजपा कार्यकर्ता राजा पारीक ने बताया कि दो लोग भगवान शिव और देवी पार्वती के रूप में कपड़े पहने विरोध कर रहें थे. जिससे धार्मिक भावनाओं को आहत हुई. उन्होंने कहा, अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो बैठ कर आराम से कर सकते थे. लेकिन उन्होंने देवताओं का रूप धारन कर विरोध किया. जो गलत है. ऐसे कृत्य का हम समर्थन नहीं करते हैं.

सीएम ने ट्वीट कर दी प्रतिक्रिया

इधर, मामले को तुल पकड़ते ही असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर कहा कि, ऐसे कपड़े पहनना कोई अपराध नहीं है. जब तक आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाता है, तब तक ये अपराध नहीं है. नगांव पुलिस को उचित आदेश किया गया है. इससे पहले सदर थाना प्रभारी मनोज राजवंशी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए भगवान शिव के वेश में एक आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा. 2 अन्य लोग अभी संदेह के घेरे में हैं, जिन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. जांच चल रही है.

आरोपी को पुलिस ने नोटिस देकर किया रिहा

एएनआई के अनुसार भगवान शिव का रोल प्ले करने वाले युवक को जमानत मिल गई है. नगांव एसपी लीना डोले ने बताया कि आरोपी को जमानत मिल गई है. उन्हें नोटिस देकर रिहा कर दिया गया है. भगवान शिव का वेश धारण करने वाले युवक का नाम विरिंची बोरा और पार्वती का रोल प्ले करने वाली युवती का नाम करिश्मा बताया जा रहा है.

धार्मिक संगठनों ने किया विरोध

भगवान का वेश धारण करने पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने विरोध दर्ज कराया है. दोनों संगठनों ने बताया कि यह हिंदू सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ है, वे किसी और तरह से भी विरोध प्रदर्शन कर सकते थे. भगवान का वेश धारण कर विरोध करना बिल्कुल गलत है.

 

कनाडा के फिल्ममेकर द्वारा देवी काली का विवादित पोस्टर जारी करने के बाद बवाल अभी थमा नहीं है। इस बीच असम में भगवान शिव और पार्वती का रूप बनाकर नुक्कड़ नाटक करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उसे बाद में नोटिस देकर छोड़ दिया गया। इस मामले में सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भगवान की ड्रेस पहनकर नुक्कड़ नाटक करना कोई ईशनिंदा नहीं है। हालांकि इस का ध्यान रखा जाए कि आपत्तिजनक बातें और हरकतें न की जाएं।

सरमा ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैं नवरूप सिंह से सहमत हूं कि समसामयिक मुद्दों पर नुक्कड़ नाटक करना ईशनिंदा नहीं है। जब तक कि आपराधिक भाषा न बोली जाए भगवान की ड्रेस पहनना भी अपराध नहीं है। नागांव पुलिस को उचित आदेश दे दिए गए हैं।’ बता दें कि घटना शनिवार सुबह की है जब नागांव की सड़क पर मोटरसाइकल पर सवार होकर ‘शिव और पार्वती’ निकले। रास्ते में उन्होंने बाइक रोकी और कहा, इसमें पेट्रोल खत्म हो गया है। इस बात को लेकर शिव और पार्वती का नाटक करने वाले दोनों में बातचीत होने लगी। लोग इस नाटक को देखने के लिए जमा हो गए।

हिंदू संगठनों ने इसकी शिकायत की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। शिव का नाटक करने वाले ऐक्टर का नाम ब्रिनिका बोरा और पार्वती की ऐक्टिंग करने वाली महिला का नाम पारिस्मिता दास बताया गया है। उन्होंने कहा, ‘लोग जागरूकता अभियान की तरफ आसानी से ध्यान नहीं देते हैं। इसके लिए बहुत इंतजाम करने होते हैं। इसीलिए हमने लोगों को समझाने के लिए इस तरह का नाटक करने का विचार बनाया।’ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इस नुक्कड़ नाटक पर आपत्ति जताई थी और केस दर्ज करा दिया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

 

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