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कोविड- 19 टीकाकरण में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किये गये सहरसा जिलाधिकारी

कोविड- 19 टीकाकरण में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किये गये सहरसा जिलाधिकारी

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सभी चरणों में टीकाकारण के लिए बनायी रणनीति:
हर घर दस्तक अभियान से आया काफी सुधार:

श्रीनारद मीडिया, सहरसा, (बिहार):


राज्य स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण में उत्कृष्ठ कार्य की सराहना करते हुए पहली एवं दूसरी डोज के लिए राज्य सरकार द्वारा जिलाधिकारी कौशल कुमार को प्रशस्ति पत्र देते हुए सम्मानित किया गया। सरकार के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा उक्त दोनों प्रशस्ति पत्र जिलाधिकारी को प्रदान किये गये हैं। कोविड- 19 टीकाकरण को सफल बनाने में जिलाधिकारी की कुशल रणनीति, उचित मर्गदर्शन, सतत् अनुश्रवण एवं समय पर दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देश की काफी अहम भूमिका रही है। जिलाधिकारी द्वारा जिले में कोविड- 19 टीकाकरण को सफलतापूर्वक अंजाम दिये जाने का ही परिणाम रहा कि राज्य में सहरसा जिला सबसे अधिक प्रतिशत दूसरा डोज लगाने वाले जिलों में प्रथम स्थान पर एवं सबसे अधिक प्रतिशत पहला डोज दिया जाने वाले जिलों में दूसरा स्थान प्राप्त करने में सफल रहा है। जिले में अब तक 11 लाख 21 हजार 600 से अधिक लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की पहली डोज एवं 6 लाख 64 हजार 533 से अधिक लोगों को उनकी दूसरी डोज लगायी जा चुकी है। जिला में दूसरे डोज के आच्छादन का प्रतिशत 91.50 है जो राज्य में सबसे अधिक है। वहीं पहले डोज आच्छादन का प्रतिशत 85.60 है जो राज्य में दूसरा स्थान रखता है। ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व जिला राज्य में पहला डोज आच्छादन के प्रतिशत में भी अव्वल रह चुका है।

सभी चरणों में टीकाकारण के लिए बनायी रणनीति:
जिलाधिकारी कौशल कुमार जिले में चल रहे कोविड- 19 टीकाकरण के आरंभ से लेकर प्रशस्ति पत्र प्राप्ति तक के अनुभवों को साझा करते हुए बताया आरंभ से अभी तक कोविड- 19 टीकाकरण का सफर इतना आसान नहीं रहा। जिले में कोविड- 19 टीकाकरण के आरंभिक दिनों में जहाँ प्राथमिकता के आधार पर हेल्थ वर्करों एवं उनके बाद फ्रंटलाइन वर्करों को कोविड- 19 का टीका लगाते हुए कोविड- 19 टीकाकरण का आरंभ, उस समय किया गया जब कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर थी। हर तरफ कोरोना को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करने के सरकारी प्रयासों को धरातल पर उतारने की कोशिशें स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक स्तर पर की जा रही थी। उसके बाद कोविड- 19 टीकाकरण का प्रथम चरण आरंभ किया गया जिसमें 45 वर्ष एवं इससे अधिक आयु के लोगों को प्राथमिकता के आधार कोविड- 19 टीकाकरण आरंभ किया गया और फिर धीरे-धीरे कोविड- 19 टीकाकरण अपने विभिन्न चरणों से गुजरता हुआ 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दो खुराक लगाने तक पहुँचा। इस प्रकार एक बड़ी संख्या में पात्र लाभुकों को कोविड- 19 वैक्सीन की दोनों डोज दिये जाने का काम जिले में आरंभ किया गया। इसके लिए कुशल रणनीति, नियमित अनुश्रवण एवं समय-समय पर रणनीति में आवश्यक सुधार करते हुए ही लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता था।

जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया 18 वर्ष एवं इससे अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड- 19 टीकाकरण से आच्छादित करने के लिए बनायी गई रणनीतियों में नियमित रूप से प्रखंड स्तर के स्वास्थ्य कर्मियों एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद स्थापित करते हुए संबंधित प्रखंडों में हो रही परेशानियों को दूर करना, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारियों को कोविड- 19 टीकाकरण का पर्यवेक्षण कार्य सौंपना, जिले के दलित, महादलित, अल्पसंख्यक आबादी वाले क्षेत्रों में स्वयं तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को वहां जाकर जागरूक करते हुए कोविड- 19 टीकाकरण करना, जिले में आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे कराते हुए वंचित एवं दूसरे डोज के पात्र लाभुकों की सूची का निर्माण करना, पंचायती राज के प्रतिनिधि, सामुदाय स्तर के प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए जागरूकता लाने के लिए प्रोत्साहित करना, नियमित रूप से प्रखंड भ्रमण कर कोविड- 19 टीकाकरण की स्थिति का जायजा लेना, अधिक से अधिक मानव बल को टीकाकरण में लगाया जाना आदि शामिल रहे। जिले में महाअभियानों के दौरान एक दिन में अधिक से अधिक लोगों को कोविड- 19 का टीका लगाया गया।

हर घर दस्तक अभियान से आया काफी सुधार:
उन्होंने बताया जब जिले में हर घर दस्तक अभियान के माध्यम से भी कोविड- 19 टीकाकरण को काफी गति मिली। इस अभियान के दौरान प्रखंड स्तर पर रिफ्युजल रिस्पांस टीमों का गठन करते हुए पंचायतवार टीमों को भेजते हुए वंचितों को कोविड- 19 टीकाकारण से आच्छादित करने का मौका मिला। जिससे जिले में प्रथम डोज के आच्छादन प्रतिशत में काफी सुधार आया एवं जिला कई दिनों तक राज्य में सबसे अधिक प्रतिशत प्रथम डोज लेने वाला जिला बना रहा। इस दौरान दूसरे डोज के लाभार्थियों को भी कोविड 19 की दूसरी डोज आसानी से मिल पायी। जिले में पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर लाभुकों को उनके घर-घर जाकर कोविड- 19 का टीका लगाया गया। वहीं नियमित टीकाकरण के साथ कोविड- 19 टीका को शामिल करते हुए गर्भवती महिलाओं, धातृ माताओं एवं दिव्यांगों को भी कोविड- 19 टीकाकरण से आच्छादित करने में सफलता मिली। इस प्रकार अभी सहरसा जिला राज्य में सबसे अधिक प्रतिशत दूसरे डोज लगाने वाला जिला पिछले कई दिनों से बना हुआ है।

जिलाधिकारी ने अभियान में भाग लेने वालों का किया धन्यवाद ज्ञापन:
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने अपने इस उपलब्धि पर कोविड- 19 टीकाकारण अभियान में काम कर रहे सभी अधिकारियों एवं कर्मियों यथा स्वास्थ्य विभाग, सामान्य प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्थाएं जैसे- यूनिसेफ, यूएनडीपी, केयर इंडिया आदि, हितधारी संगठन जीविका, पंचायती राज आदि सामुदायिक स्तर के जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों, युवाओं को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापन भी किया।

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