सीएम आतिशी की कैबिनेट में विभागों का बंटवारा

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सफल नहीं होने देंगे BJP का षड्यंत्र-आतिशी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

आतिशी ने दिल्ली के 8वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एलजी वीके सक्सेना ने आतिशी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। आतिशी कांग्रेस की शीला दीक्षित और भाजपा की सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। उनकी कैबिनेट में सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने मंत्री पद की शपथ ली। अब इन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है।

आतिशी के पास ज्यादा विभाग

गौर करने वाली बात यह कि वित्त, सर्तकता और जल मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदार आतिशी ने खुद अपने पास रखी है। आतिशी के पास 1. लोक निर्माण विभाग, 2. बिजली, 3. शिक्षा, 4. उच्च शिक्षा, 5. प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा, 6. जनसंपर्क विभाग, 7. राजस्व, 8. वित्त, 9. योजना, 10. सेवाएं, 11. सतर्कता, 12. जल, 13. कानून, न्याय और विधायी मामलों की जिम्मेदारी होगी। यही नहीं अन्य तमाम विभाग भी उनके पास होंगे जिसे किसी दूसरे मंत्री को आवंटित नहीं किया गया है।

सौरभ और गोपाल राय को ये जिम्मेदारियां

सौरभ भारद्वाज को 1. शहरी विकास, 2. सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण, 3. स्वास्थ्य, 4. उद्योग, 5. कला, संस्कृति और भाषा, 6. पर्यटन विभाग, 7. समाज कल्याण और 8. सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। गोपाल राय पर्यावरण अपने पास बरकरार रखने में सफल रहे हैं। गोपाल राय को 1. विकास, 2. सामान्य प्रशासन विभाग, 3. पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

कैलाश गहलोत के पास गृह और परिवहन

वहीं कैलाश गहलोत के पास गृह जैसा महत्वपूर्ण विभाग रहेगा। वह परिवहन विभाग अपने पास बरकरार रखने में सफल रहे हैं। कैलाश गहलोत को 1. परिवहन, 2. प्रशासनिक सुधार, 3. सूचना एवं प्रौद्योगिकी, 4. गृह, 5. महिला एवं बाल विकास की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत को ये जिम्मेदारियां

इमरान हुसैन को 1. खाद्य एवं आपूर्ति और राज्य चुनाव विभाग जबकि मुकेश अहलावत को 1. गुरुद्वारा चुनाव, 2. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, 3. भूमि एवं भवन, 4. श्रम और 5. रोजगार जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं।

जनता से आतिशी की अपील

शपथ लेने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि यह उनके लिए भावनात्मक दिन है क्योंकि केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। केजरीवाल ने हर व्यक्ति का दर्द समझा। उन्होंने लोगों के लिए मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया, सरकारी स्कूलों के छात्रों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का प्रावधान लाया। आतिशी ने कहा- दिल्ली के मतदाताओं से यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनें ताकि राष्ट्रीय राजधानी में मुफ्त बिजली और पानी जैसी मुफ्त सेवाएं जारी रहें।

दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आतिशी ने अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जमकर गुणगान किया। साथ ही उपराज्यपाल और भाजपा पर बरसते हुए अगले चार महीने के लिए अपना प्लान भी बताया। अपनी प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत करते हुए आतिशी ने कहा, मैं दिल्ली की बेटी, दिल्ली के इतिहास में सबसे लोकप्रिय नेता, मेरे बड़े भाई और राजनीतिक गुरु अरविंद केजरीवाल जी का धन्यवाद करना चाहती हूं कि उन्होंने मेरे ऊपर भरोसा किया। उन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। दिल्ली के लोगों की देखरेख की जिम्मेदारी।

आतिशी ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ जरूर ली है, लेकिन यह काफी भावुक क्षण है क्योंकि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं है। कहा कि केजरीवाल ने 10 साल में दिल्ली की तस्वीर बदल कर रख दी है। उन्होंने दिल्ली के आम लोगों की जिंदगी बदल दी। केजरीवाल ने समझा कि आम लोगों के लिए घर चलाना कितना मुश्किल होता है। उन्होंने दिल्लीवालों को फ्री बिजली दी। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य बदल डाला। केजरीवाल ने दिल्ली की महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका दिया। महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी। अब महिलाओं को अपना इलाज कराने के लिए गहने गिरवी नहीं रखने पड़ते हैं।

आतिशी ने सवालिया लहजे में कहा कि क्यों आज अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं हैं। क्योंकि बीजेपी की केंद्र सरकार ने केजरीवाल के खिलाफ षड्यंत्र रचा। उन पर झूठे मुकदमे लगाए। छह महीने से ज्यादा जेल में रखा। उनको तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन, अरविंद केजरीवाल झुके नहीं, दबे नहीं। अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी दुर्भावना से की गई। कोई और नेता होता तो जमानत पर बाहर आने के बाद कुर्सी पर बैठ जाता, लेकिन केजरीवाल ने ईमानदारी का परिचय देते हुए कहा कि वह जनता की अदालत में जाएंगे और उसके फैसले के बाद ही सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे। शायद यह देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में ऐसा अकेला उदाहरण है।

आतिशी ने कहा कि अब हम सबको मिलकर एक ही काम करना है। फरवरी में होने वाले चुनाव में दो करोड़ लोगों को फिर से अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाना है। आतिशी ने कहा कि बीजेपी के साथ मिलकर एलजी साहब सरकार के सभी कामों में अड़ंगा डाल रहे हैं। ये लोग सभी सुविधाओं को रोकने का काम कर रहे हैं। अगर केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो बीजेपी सभी सुविधाओं को बंद कर देगी।

अगले चार महीने का प्लान बताते हुए आतिशी ने कहा कि मेरा यही काम रहेगा कि जो दिल्ली वाले एक-डेढ़ से परेशान रहे, उन्हें इनसे मुक्ति दिलानी है। अब अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ गए हैं, ऐसे में दिल्ली के रुके हुए कामों को फिर से शुरू किया जाएगा। कहा कि वह भाजपा के किसी भी षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगी।

 

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