दीपावली 2022 : धनतेरस से भैया दूज तक पांच दिन का होता है दिवाली का त्योहार, जानें किस तारीख को कौन सा त्योहार
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
प्रकाश का त्योहार दीपावली हर साल कार्तिक अमावस्या को मनाई जाती है. इस दिन माता लक्ष्मी के साथ प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की पूजा करते हैं. इस साल दिवाली 24 अक्टूबर दिन सोमवार को है. आपको जानना चाहिए कि दिवाली का त्योहार केवल एक दिन नहीं, बल्कि पूरे पांच दिनों का होता है. धनतेरस से दिवाली का प्रारंभ होता है और भैया दूज से इसका समापन होता है. आइये इसे जानते हैं दिवाली के पांच दिनों के महत्व के बारे में.
पांच दिनों का त्योहार है दिवाली
1. पहला दिन: धनतेरस या धन त्रयोदशी
2. दूसरा दिन: नरक चतुर्दशी या काली चौदस
3. तीसरा दिन: दिवाली
4. चौथा दिन: गोवर्धन पूजा या अन्नकूट
5. पांचवा दिन: भैया दूज
1. धनतेरस 2022
इस साल धनतेरस का त्योहार 22 अक्टूबर दिन शनिवार को है. इस दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और देवताओं के वैद्य धन्वंतरी की पूजा करते हैं. परिवार की उन्नति के लिए धनतेरस पर सोना, चांदी, धनिया, झाड़ू आदि खीरदते हैं. धनतेरस के दिन प्रदोष व्रत भी रखा जाता है. इस बार धनतेरस पर शनि प्रदोष व्रत है. इस बार यम का दीपक भी धनतेरस को ही निकाला जाएगा.
2. नरक चतुर्दशी 2022 या काली चौदस 2022
नरक चतुर्दशी या काली चौदस कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को होता है. काली चौदस पश्चिम बंगाल में मनाते हैं. नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली भी कहते हैं. कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए इस दिन नकर चतुर्दशी मनाते हैं. हालांकि इस साल काली चौदस की पूजा 23 अक्टूबर की रात को होगी, लेकिन नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली 24 अक्टूबर को दिवाली के साथ ही मनाई जाएगी.
3. दिवाली 2022
कार्तिक अमावस्या को दिवाली का त्योहार मनाते हैं. इस साल दिवाली 24 अक्टूबर को है. इस दिन रात्रि के शुभ समय में माता लक्ष्मी और गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा करते हैं और घर को दीपक से रौशन करते हैं. इस दिन जब भगवान श्रीराम लंका विजय करके माता सीता के साथ अयोध्या लौटे थे, तब दिवाली मनाई गई थी. तब से यह परंपरा चली आ रही है.
4. गोवर्धन पूजा 2022 या अन्नकूट 2022
दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा या अन्नकूट का त्योहार मनाते हैं. इस साल गोवर्धन पूजा या अन्नकूट 26 अक्टूबर दिन बुधवार को है, क्योंकि दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण है. इंद्रदेव के घमंड को चूर करने और गोकुल के लोगों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर धारण कर लिया था. उसके बाद से ही गोवर्धन की पूजा की जाने लगी. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाते हैं.
5. भाई दूज 2022
भाई दूज का त्योहार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाते हैं, इसे यम द्वितीया भी कहते हैं क्योंकि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर भोजन करने गए थे. तब उन्होंने यमुना को वरदान दिया था कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर जाएगा, उसे मृत्यु का भय नहीं सताएगा. इस साल भैया दूज 26 अक्टूबर को है.
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