13 लड़की फरार होने के मामले में डीएम का बड़ा एक्शन, तीन निलंबित और दो दलों का हुआ गठन
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सिवान जिले के जिरादेई प्रखंड के भैंसाखाल स्थित वृहद आश्रय गृह से 20 मार्च की रात 13 बालिकाओं के फरार होने की घटना पर जिला प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है. डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने इस मामले में त्वरित अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए तीन कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड सिपाही को भी निलंबित कर दिया गया.
जिला प्रशासन ने लापता बालिकाओं को जल्द से जल्द खोजने के लिए धावा दल और संयुक्त जांच दल का गठन किया है. जिला बाल संरक्षण इकाई ने संबंधित आदेश जारी कर दिया है, और प्रशासन ने बालिकाओं की बरामदगी के प्रयास तेज कर दिए हैं. इस घटना के बाद प्रशासन ने बालिका गृह की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी है.
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने जानकारी दी कि मामले की गहराई से जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.भाकपा माले विधायक ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
भाकपा (माले) विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा कि बालिका गृह से बच्चियों के गायब होने की घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है. क्या वे खुद भागी हैं या भगाई गईं? क्या यह उत्पीड़न, यौन शोषण या किसी बड़ी साजिश का नतीजा है?
बालिका गृह की 20 फीट ऊंची दीवार और कंटीले तारों के बावजूद लड़कियां कैसे बाहर निकलीं? इन सवालों को लेकर प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना बड़े अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से हुई है और इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए.
यह भी पढ़े
पति पत्नी के बीच आशिक बन रहा था दीवार, रिश्तेदारों ने मिलकर कर दी हत्या
केंद्र सरकार ने सांसदों के वेतन और भत्तों में बढ़ोत्तरी की है
मणिपुर में स्थिति का समाधान जल्द ही निकलेगा- जस्टिस बीआर गवई
नीतीश सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के विकास के लिए किये कई कार्य : डॉ. निर्मल कुशवाहा
रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल हुए सभी धर्मों के लोग, दिया अमन का संदेश
अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन के आयोजन को लेकर विद्वतजनों की हुई जुटान