सोशल मीडिया पर कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट को नहीं करें साझा
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने सर्टिफिकेट साझा नहीं करने की दी है सलाह:
साइबर अपराधी निजी जानकारियों का जालसाजी के लिए कर सकते हैं इस्तेमाल:
श्रीनारद मीडिया, गया, (बिहार):
कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. वैक्सीन लेने के बाद टीकाकरण केंद्र पर योग्य लाभार्थियों को एक प्रमाणपत्र दिया जाता है. टीकाकरण के बाद केंद्र से इस प्रमाणपत्र को अवश्य प्राप्त करना चाहिए. सोशल मीडिया के इस दौर में कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट को लोग उत्साहवश अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं. हालांकि सर्टिफिकेट पोस्ट करने का उद्देश्य अन्य लोगों को टीकाकरण लेने के प्रति प्रोत्साहित करना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.
सर्टिफिकेट में होती है निजी जानकारियां:
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने सोशल मीडिया पर कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट को साझा करने से बचने की सलाह देते हुए कहा है कि कोविड टीकाकरण अवश्य करायें और लोगों को भी टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें, लेकिन अपने टीकाकरण सर्टिफिकेट को ऑनलाइन साझा बिल्कूल भी नहीं करें. वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में नाम, उम्र और लिंग और अगले डोज की तारीख समेत आधार, फोन नंबर व अन्य निजी जानकारियां शामिल होती है. साइबर अपराधियों द्वारा इन जानकारियों का इस्तेमाल जालसाजी व धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है. ऐसे में वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट साझा करने से बचना चाहिए.
फोन पर पंजीकरण संबंधी बातों की पुष्टि करें:
यदि आपको कोविड टीकाकरण के नाम पर कोई फोन या मैसेज आता है तो सबसे पहले इसकी स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्यकर्मियों अथवा कोविड नोडल पदाधिकारी से इस संबंध में बात कर आवश्यक जानकारी व सलाह अवश्य लेनी चाहिए. यदि कोई व्यक्ति फोन कर आपसे टीकाकरण के लिए पंजीकरण संबंधी बातों में उलझा कर ओटीपी की मांग करता है तो सर्तक रहें.
फोन व ईमेल पर नहीं दें व्यक्तिगत जानकारी :
वैक्सीन पंजीकरण के बहाने व्यक्तिगत जानकारियां देने ओर धोखाधड़ी व जालसाजी के कई मामले सामने आ चुके हैं. साइबर अपराधियों द्वारा पंजीकरण के नाम पर आधार नंबर, बैंक खाता और बीमा पॉलिसी जैसी महत्वपूर्ण व्यक्तिगत जानकारियों की मांग की जाती है. ऐसी किसी भी जानकारी कतई नहीं बतायें. ध्यान रहे कि स्वास्थ्य विभाग के लोग कोविड पंजीकरण व टीकाकरण के लिए फोन नहीं करते हैं.
इन बातों का भी रखें ध्यान:
कोविड 19 से संबंधितलिंक को खोलने से बचें.
वैक्सीन खत्म होने व जल्द टीकाकरण के झांसे में नहीं आयें.
संदेहास्पद फोन आने पर साइबर सेल को इसकी जानकारी दें.
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