*कबीरचौरा हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने काली पट्टी बांधकर किया काम, कहा- सरकार सबका सम्मान करे*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / कोविड काल में फ्रंट लाइन कोरोना वारियर बनकर उभरे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की सभी तरफ तारीफ़ हो रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने हाल ही में एक आदेश जारी करते हुए चिह्नित मेडिकल सेवा से जुड़े कर्मचारियों को 25 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि देने का एलान किया है। इस घोषणा के बाद राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मंगलवार को कबीरचौरा मंडलीय चिकित्सालय के डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ ने कला फीता बांधकर इस आदेश का विरोध किया और इमरजेंसी पोर्टिकों में आदेश की प्रतियां जलाई। सभी ने एक जुट होकर कहा कि यदि प्रोत्साहन राशि देना है तो सभी को दीजिये क्योंकि सभी ने एक बराबर कार्य किया है चाहे वो 10 प्रतिशत ही क्यों न हो। इस सम्बन्ध में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् की वाराणसी शाखा के अध्यक्ष शैलेष कुमार सिंह ने बताया कि एक शासनदेश जारी हुआ था सरकार के द्वारा कि जिन चिकित्सालयों को कोविड हॉस्पिटल घोषित किया गया है उनके कुछ चिकित्सकों को 25 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कोविड काल में हर चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी, डॉक्टर्स, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, वार्ड बॉय, लैब टेक्नीशियन सभी ने अपना सम्पूर्ण दिया तो फिर सरकार ने भेदभाव क्यों किया। हम भी कोरोना पॉज़िटिव हुए और फिर निगेटिव होने के साथ ही हम लोग फिर से जॉइन करके अपनी ड्यूटी निभाते हैं, तो फिर प्रोत्साहन में भेदभाव क्यों किया जा रहा है। शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि जब सबने एक सामान कार्य किया है तो सिर्फ चिह्नित लोगों को ही क्यों प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। सरकार भले ही 10 प्रतिशत प्रोत्साहन दे पर सबको एक सामान दे। यदि सरकार हमारी मांग नहीं मांगती है तो हम अपनी ड्यूटी के साथ ही साथ इस आदेश का लगातार विरोध करते रहेंगे।