रूकना नहीं राधिका: अनुपम कथा संग्रह।

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लेखक रमेश चंद्र की यह दूसरी कृति है।

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

पुस्तक आपके सबसे निकट होती है। यह आपकी अभिन्न मित्र होने के साथ-साथ ऊर्जा एवं उल्लास का श्रोत भी है। यह नवीनता की अनुभूतियों एवं नवाचार से लबरेज होती हैं, जिससे हमारे अंतश: में यह नई ऊर्जा का संचार होता है। पुस्तक सकारात्मक ऊर्जा की पोटली होती है। इसमें नैसर्गिक आकर्षण होता है। व्यक्ति अपने 65-75 वर्ष के पूरे काल में इन पुस्तकों के माध्यम से विश्व के कई लाख वर्षों के इतिहास, राजनीति, आर्थिक एवं सामाजिक- सांस्कृतिक गतिविधियों को समझ सकता है।

यह पुस्तक आपको अतीत के कल्पना लोक में गोते लगाने का अवसर देती है, उसके एक-एक शब्द आपको स्पंदित करते हैं। ऐसा ही कुछ है, शिक्षाविद् रमेश चंद्र की पुस्तक ‘रुकना नहीं राधिका’ जो बीस अनूठी कथाओं का संग्रह है। यह पुस्तक युवाओं में सकारात्मकता का संदेश देते हुए उन्हें जीवन में कुछ कर गुजरने का अवसर प्रदान करती है। पुस्तक में कई कथाओं का पुट है जो अपने आप में अनूठी है।

पुस्तक में विशेष क्या है?

इस पुस्तक को पढ़ने के बाद युवाओं में संकल्प का संचार होता है जो पुस्तक को सार्थक बनाने की आधारशिला रखते हैं। आत्मबल, ऊर्जा एवं शांति का संदेश देती यह पुस्तक युवाओं के मस्तिष्क से नकारात्मक ऊर्जा का संहार करती है। पुस्तक ‘रुकना नहीं राधिका’ संकल्पों की दृढ़ता और अवसर की कुंजी है। यह कथा संग्रह अपने आप में व्यक्ति को तर्कशील बनाती है। ये तर्क विचारों से हमें पुष्ट करते हैं और विचार से हम जीवन के लक्ष्यों की पूर्ति में साधन बन जाते है। इन पुस्तकों के माध्यम से हम दृढ इच्छा शक्ति के साथ निरंतर गतिमान होते रहते हैं। पुस्तक के शब्द, वाक्य विन्यास को ऐसे प्रस्तुत किया गया है कि वह जो रोचक और प्रभावशाली है।

कौन है पुस्तक के लेखक रमेश चंद्र ?

पुस्तक ‘रुकना नहीं राधिका’ के लेखक रमेश चंद्र बिहार में सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड अंतर्गत कैलगढ़ ग्राम के मूल निवासी हैं। बचपन से मेधावी रमेश चंद्र पढ़ाई में अव्वल रहे और प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण कर अधिकारी बने। इन दिनों आपका प्रवास पटना में है। प्रारंभ से ही समाज की चितवृत्तियां पर कलम चलाना आपकी विधा रही है। आपको पुस्तक लेखन का शुरू से ही शौक रहा है। आपकी यह दूसरी कृति है।

इससे पहले आपने भी ‘भीखना पहाड़ी’ नामक पुस्तक लिखा थी जिसकी खूब सराहना हुई। आपकी यह पुस्तक ‘रुकना नहीं राधिका’ पटना पुस्तक मेला-2023 में खूब धूम मचाई है। पुस्तक को प्रभात प्रकाशन नई दिल्ली ने प्रकाशित किया है। निश्चित तौर पर इस पुस्तक को एक बार अवश्य पढ़ना चाहिए।

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