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डाॅ. इरशाद अहमद की पुस्तकों का हुआ लोकार्पण - श्रीनारद मीडिया

डाॅ. इरशाद अहमद की पुस्तकों का हुआ लोकार्पण

डाॅ. इरशाद अहमद की पुस्तकों का हुआ लोकार्पण

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 मो. मोजाहेरुल हक:हयात व खिदमात और सीवान की अदबी तारीख पुस्तकों का हुआ विमोचन

पुस्तक लोकार्पण एव महफिल ए मुशायरा का हुआ आयोजन

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सीवान नगर के होटल सलेक्ट में डाॅ. इरशाद अहमद की दो पुस्तकों क्रमशः – “मो. मोजाहेरुल हक:हयात व खिदमात “और “सीवान की अदबी तारीख” का लोकार्पण फहीम जोगापुरी , मौलाना आजाद राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, दिल्ली के प्राचार्य डाॅ. रियाज अहमद और जेड ए इस्लामिया कालेज, सीवान में फारसी के विभागाध्यक्ष प्रो. महमूदल हसन अंसारी ने संयुक्त रूप से किया।

विशिष्ट अतिथि के रूप मे मशहूर उपन्यासकार सगीर रहमानी और डाॅ. आफताब आलम मंच पर उपस्थित रहे। इस अवसर पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता प्रतिष्ठित शायर फारुक सीवानी ने की और मंच का संचालन सुनील कुमार तंग ने किया।
कमाल मीरापुरी-
ना पायदार हुस्न पे इतना गरुर क्यूं
चेहरे के सारे रंग उतर जाएंगे सनम

फैजी-
लम्हा – लम्हा सदी पे भारी है
मैंने वह जिंदगी गुजारी है

मेराजुद्दीन तशना
अना को बेंच कर कोई खरीदारी नहीं होगी
अमीर शहर की मुझ से तरफदारी नहीं होगी।

तंग इनायतपुरी-
गरीब लोगों को हम दिल में पालते ही नहीं
अमीर लोग हमें घास डालते ही नहीं।

फहीम जोगापुरी-
कोशिश हजार करके भी याराने नुक्ता दां
नाकिद ही बन के रह गए शायर नहीं हुए

फारुक सीवानी
पहचान भी हो जाए गी लब खोलकर के देखो
पत्थर है कि इंसान जरा बोल के देखो

डाॅ के एहतशाम
जो मुझसे आए थे अपनाईत दिखाने लोग
परख के देखा तो निकले बहुत सयाने लोग

नूर सुलतानी
जिक्र हुस्न व जमाल रहने दे
सुन कर होगा मलाल रहने दे

एहसानुल्लाह एहसान
तुम हमें बेवफा समझते हो
हम हैं क्या और क्या समझते हो ।
अंत में डाॅ. इरशाद अहमद ने आगंतुक अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डाॅ. जितेंद्र वर्मा, डाॅ. मो. एबादुल्लाह, फरियाद हुसैन, बशीर खां, अजमत अली,मासूम रजा,एहसानुल्लाह नन्हे आफताब खान आरिफ रजा आदि मौजूद थे।

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