पटना एम्स के जूनियर रेजिडेंट डॉ. प्रदीप का निधन, 27 अप्रैल से थे भर्ती, परिजनों को नौकरी देने की मांग
श्रीनारद मीडिया, पटना (बिहार):
बिहार की राजधानी पटना में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के 32 वर्षीय जूनियर रेजिडेंट डॉ. प्रदीप कुमार का कोरोना की वजह से निधन हो गया है। वे अस्पताल में कोविड ड्यूटी कर रहे थे। उन्होंने मंगलवार की देर रात अंतिम सांस ली। वह पटना एम्स के 102 चिकित्सकों में से पहले ऐसे डॉक्टर हैं, जिनका कोरोना की दूसरी लहर में निधन हुआ है।
बिहार के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि राज्य में अब तक 140 से अधिक डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। मृतक डॉ. प्रदीप शिवहर जिले के रहने वाले थे। उन्होंने पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से एमबीबीएस किया था। उन्हें 27 अप्रैल को एम्स में भर्ती किया गया था। इसके अगले ही दिन आईसीयू में भर्ती किया गया था। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया।
पटना एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉ. विजय कुमार ने कहा, डॉ. कुमार के पिता का पिछले साल निधन हो गया था और वे अपने परिवार में अकेले कमाने वाले थे। हम राज्य सरकार के साथ-साथ एम्स के अधिकारियों से उनके दो भाइयों में से किसी एक को मुआवजा और नौकरी देने का अनुरोध करते हैं क्योंकि उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ युद्ध में अपने जीवन का बलिदान किया है।
डॉ. प्रदीप के निधन पर आईएमए, बिहार के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने शोक जताया। उन्होंने बुधवार को जारी शोक संदेश में कहा कि डॉ. प्रदीप बहुत ही होनहार थे। दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने अभी तक टीका नहीं लिया था। एक साल पूर्व डॉ. प्रदीप के पिता का भी निधन कोरोना संक्रमण के कारण हुआ था। राज्य के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने भी डॉ. प्रदीप के निधन पर शोक जताया।
एक डॉक्टर समेत 17 की मौत
पटना में बुधवार को एक और डॉक्टर समेत 17 संक्रमितों की मौत कोरोना से हो गई। पिछले एक सप्ताह में यह डॉक्टरों की चौथी मौत है। बुधवार को एम्स के जूनियर डॉक्टर प्रदीप कुमार की मौत हो गई। संक्रमित होने के बाद वे पिछले एक महीने से एम्स में भर्ती थे। वे यूरोलॉजी विभाग में पीजी कर रहे थे।
इसके पहले पटना के प्रसिद्ध यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. प्रभात कुमार, प्रसिद्ध सर्जन डॉ. केके कंठ और एक दिन पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद कुमार की मौत कोरोना से हो गई। पटना में बुधवार को 316 नए संक्रमित मिले। चार बड़े अस्पतालों में 17 लोगों की मौत इलाज के दौरान हो गई। मृतकों में नौ की आईजीआईएमएस में, पांच की एम्स में, दो की एनएमसीएच में और एक की मौत पीएमसीएच में हुई।
यह भी पढ़े
सिंदूर दान के वक्त कंपकपाने लगा दूल्हे का हाथ, दुल्हन ने शादी से किया मना, वापस लौटी बारात
क्या यह सच है कि महिलाओं का चरमोत्कर्ष पुरुषों की तुलना में अधिक समय तक होता है?
पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से नुकसान नहीं बल्कि होते हैं फायदे
स्तनों को छोटा करने के घरेलू उपाय
कब सेक्स के लिए पागल रहती है महिलाएं
यौन संबंध के दौरान दर्द का क्या है सच ?