बाबा साहब का जीवन आज हम सब के लिए अनुकरणीय
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
राष्ट्रीय समरस समाज के तत्वावधान में संविधान निर्माता देश रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती के अवसर पर स्थानीय खुरमाबाद में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका विषय ‘समता मूलक समाज की स्थापना में डॉक्टर साहब का योगदान’ था उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ अधिवक्ता गणेशराम, समाजसेवी विनोद श्रीवास्तव, विजय प्रजापति,रामदेव राम, तुलसी पंडित, डॉक्टर अमित कुमार ‘मुन्नू ‘, डॉक्टर कुमारी ज्योति ने संयुक्त रूप से मंगलदीप प्रज्वलित कर किया l
इससे पूर्व उपस्थित सभी आगनतुको द्वारा बाबा साहब के तेल चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित किया गया l इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता गणेश राम ने कहा कि बाबा साहब का संघर्षपूर्ण रहा परन्तु वे अपने लक्ष्य से कभी डिगे नहीं l
डॉ साहब का जीवन आज हम सब के लिए अनुकरणीय है l आज सभी को वोट देने का समान अधिकार प्राप्त है जिसका श्रेय बाबा साहब को जाता हैl श्री राम नें कहा की डॉ साहब अल्प सुविधाओं के बावजूद भी कई डिग्रियां प्राप्त की जो उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को प्रदर्शित करता है l
वक्ताओं ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता डॉ भीम राव नें संविधान की प्रस्तावना के शुरुआत “हम भारत के लोग” से की है जो सम्पूर्ण भारतवासी के लिए है जिसमे सभी जाति,धर्म, मत समाहित है l बाबा साहब का सपना समतामुलक समाज की स्थापना करना रहा है जिसे हम सभी को एक होकर एवं मिलकर पूरा करना होगा l राष्ट्रीय समरस समाज इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है l इससे जुड़े लोग साधुवाद के पात्र है l
डॉ अमित कुमार मुन्नू नें अपने उदबोधन में कहा की बाबा साहब बाल्य काल से ही अभावों का सामना किया, छुआ छुत जैसी बुराइओं का सामना किया फिर भी उनका जीवन काल गरिमापूर्ण उपलब्धियों से भरा है
समाजसेवी विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ बाबा साहब नें जिस भारत की कल्पना की थी उसे पूरा करने की लिए महिलाओं एवं युवाओं को आगे आना होगा l दलितों व वंचितों तक रोजगार और शिक्षा की व्यवस्था करनी होगी तभी सही रूप से समरस समाज की स्थापना संभव हो सकती है l
शिक्षक प्रशिक्षक डॉक्टर कुमारी ज्योति ने समता मूलक समाज की स्थापना में शिक्षा का महत्व एवं डॉक्टर साहब का इसके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ साहब ने स्त्री शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया है lसंविधान में शिक्षा, रोजगार, मताअधिकार सभी में बराबर का अधिकार दिया है l डॉ ज्योति नें कहा की डॉ भीम राव नें समरस समाज की स्थापना में शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण योगदान माना है l इस अवसर पर रामदेव राम,विजय प्रजापति, तुलसी पंडित नें भी अपने विचार रखे l
उक्त कार्यक्रम का संचालन कार्य समिति सदस्य आशीष राज सिंह एवं भारत भूषण पांडे ने संयुक्त रूप से किया, संगठन परिचय व उदेश्य पर मनीष कुमार वर्मा नें प्रकाश डाला एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज कुमार सिंह ने कियाl धन्यवाद ज्ञापन मृत्युंजय राम द्वारा किया गया
इस मौके पर मुख्य रूप से दिलीप श्रीवास्तव, कृष्णा सोनी, सुधीर श्रीवास्तव,शैलेन्द्र सिंह, सत्य नारायण सिंह, राजरानी गुप्ता, अमित सुधांशु, ब्रजेश, सुमित कुमार, मुकेश कुमार सहित कई लोग उपस्थित थें.
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