आगरा में दुस्साहसः भाइयों का विवाद सुलझाने गए दारोगा की गोली मारकर हत्या

आगरा में दुस्साहसः भाइयों का विवाद सुलझाने गए दारोगा की गोली मारकर हत्या

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :

आगरा में बुधवार की शाम दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया। खंदौली के गांव नहर्रा में भाइयों के बीच आलू खुदाई का विवाद सुलझाने पहुंचे दारोगा प्रशांत कुमार यादव (35) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिपाही चंद्रसेन के साथ दारोगा मौके पर पहुंचे थे। वारदात के बाद सिपाही ने हमलावर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह धक्का मारकर फरार हो गया। दारोगा की हत्या की खबर मिलते ही महकमे में हड़कंप मच गया। एडीजी जोन राजीव कृष्ण, आईजी रेंज ए सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंच गए। आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

आलू खुदाई के बाद हुआ विवाद
पुलिस के अनुसार गांव नहर्रा निवासी विजय सिंह पहलवान के दो बेटे हैं। विजय सिंह ने अपनी पत्नी को छोड़ रखा है। बड़ा बेटा शिवनाथ उनके साथ रहता है। छोटा बेटा विश्वनाथ मां के साथ रहता है। खेत के तीन हिस्से हुए। एक हिस्सा विजय सिंह ने अपने पास रखा था। बड़े भाई शिवनाथ ने उसमें आलू की फसल की थी। बुधवार को खुदाई को लेकर विवाद हो गया। छोटे बेटे विश्वनाथ ने यह कहा कि पिता के हिस्से का आधा आलू मां को मिलेगा। सुबह से इस बात पर दोनों भाइयों के बीच विवाद चल रहा था। आलू की खुदाई हो गई थी। पूरा आलू बड़े भाई शिवनाथ को मिलना था। क्योंकि उसने ही फसल बोई थी।

दरोगा के सामने ही तमंचा लहराने लगा छोटा भाई
विवाद की सूचना मिलने पर खंदौली थाने से दरोगा प्रशांत कुमार यादव और सिपाही चंद्रसेन खेत पर पहुंचे। इस दौरान छोटा भाई विश्वनाथ तमंचा लहराते हुए मजदूरों को धमका रहा था। विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देख दरोगा ने साहस दिखाया। पीछा करके उसे दबोचने का प्रयास किया। वह खेत में भागने लगा। दरोगा प्रशांत कुमार ने पीछा बंद नहीं किया तो उसने तमंचे से गोली चला दी। गोली दारोगा की गर्दन में लगी। गोली चलते ही खेत पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर थाने से फोर्स पहुंच गई। लहूलुहान हालत में दरोगा प्रशांत कुमार को अस्पताल ले जाया गया। तब तक देर हो चुकी थी। एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार घटना बड़ी गंभीर और हिला देने वाली है। पुलिस हत्यारोपी को तलाश रही है। वह मौके से भाग गया था। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

2015 बैच के दारोगा थे प्रशांत
शहीद दारोगा प्रशांत कुमार यादव वर्ष 2015 बैच में नियुक्त हुए थे। मूलत: बुलंदशहर के गांव छतारी के निवासी थे। उनके घर पर सूचना पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिवार के लोग आगरा के लिए रवाना हो गए हैं।

 

 

यह भी पढ़े 

गंगपुर सिसवन में हुये पथराव  मामले में 15 नामजद

*वाराणसी में जिला जज और डीएम ने जिला कारागार का किया औचक निरीक्षण*

*पैसे के विवाद में ‘मास्टर’ को गोली मारने के मामले में एक गिरफ्तार*

*मणिकर्णिका घाट पर भूत-पिशाच संग होली खेलने पहुंचे महादेव, जलती चिताओं के बीच चिता-भस्म से हुआ रंगोत्सव*

समस्तीपुर जिले के बिथान प्रखंड बीइओ  निगरानी  के हत्थे चढ़े

Leave a Reply

error: Content is protected !!