‘पहले संकरी गलियां थीं, अब काशी विश्‍वनाथ मंदिर भव्‍य नजर आता है’–नेपाल के पीएम की पत्‍नी.

‘पहले संकरी गलियां थीं, अब काशी विश्‍वनाथ मंदिर भव्‍य नजर आता है’–नेपाल के पीएम की पत्‍नी.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की पत्‍नी आरजू राणा देउबा भी रविवार को पीएम के साथ काशी पहुंचीं और बाबा दरबार के साथ ही पशुपतिनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया। इस दौरान उन्‍होंने मीडिया से बातचीत कर भारत और नेपाल के संबंधों पर खुलकर बात की। उन्‍होंने दोनों देशों के बीच आध्‍यात्मिक संबंध और अपने भारत के विभिन्‍न दौरों के समय धार्मिक प्रयोजनों का भी अनुभव साझा किया।

आरजू राणा ने देउबा ने कहा‍ कि – सांस्कृतिक रूप से, भारत और नेपाल एक ही हैं। नेपाल में, काशी को एक ऐसी जगह के रूप में देखा जाता है, जहां अगर आप अपनी अंतिम सांस लेते हैं, तो आप को मोक्ष की प्राप्ति होती है। मेरे पति यहां गर्मजोशी से भरे स्वागत से बहुत प्रभावित हुए हैं, हम स्‍वागत से काफी अभिभूत हैं।

काशी की गलियों के बारे में अपना अनुभव बताया कि जब मैं पहले आई थी तो काफी संकरी गलियां थीं और हम मंदिर (काशी विश्वनाथ) तक पहुंचने के लिए एक लंबा रास्ता तय करते थे। अब यह बहुत अच्छी तरह से बनाया गया है। काशी विश्‍वनाथ धाम कारिडोर काफी शानदार दिखता है, सबसे अच्‍छी बात यह है कि यहां से पूरी गंगा नदी साफ दिखाई देती हैं।

उन्‍होंने अपने पूर्व के भारत दौरे का भी जिक्र किया। कहा कि मैं पहली बार 1990 में भारत आई थी, फिर 2017 में और अब पांच साल बाद भारत आई हूं। मैंने बहुत बदलाव देखा है, मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं खुद किसी दूसरे शहर में हूं, खासकर काशी विश्वनाथ इलाके में। मेरे पति गर्मजोशी से स्वागत से बहुत प्रभावित हुए हैं। मैं इस तरह के एक बड़े कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहती हूं। भारत और नेपाल के बीच यह घनिष्ठ संबंध शाश्वत रहा है और हमेशा के लिए जारी रहेगा।

काशी में नेपाल के प्रधानमंत्री ने सपत्नीक काशी विश्‍वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। इसके अलावा पशुपतिनाथ मंदिर में वृद्धाश्रम का भूमि पूजन भी किया। नेपाल के प्रधानमंत्री श्री शेर बहादुर देउबा रविवार की सुबह श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि बाबा के दर्शन पाकर हम इस जन्म में धन्य हो गए। इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हैं।

सुबह प्रधानमंत्री मुख्य द्वार से होते हुए परिसर के उत्तरी प्रवेश द्वार पर गए। सबसे पहले गर्भ गृह में जाकर बाबा श्री काशी विश्वनाथ का षोडशोपचार पूजन किया। प्रधानमंत्री के आगमन पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था, जहां वैदिक मंत्रोच्चार और डमरु वादन कर उनका स्वागत हुआ। दर्शन पूजन करने के पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अंगवस्त्रम रुद्राक्ष की माला, प्रसाद के साथ स्मृति चिन्ह के रूप में बाबा श्री काशी विश्वनाथ की एक रेप्लिका भेंट की।

इसके बाद प्रधानमंत्री श्री काशी विश्वनाथ धाम से होते हुए ललिता घाट स्थित पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने पशुपतिनाथ मंदिर में विधि-विधान से पूजन अर्चन किया। प्रधानमंत्री ने पशुपतिनाथ मंदिर में बनने वाले वृद्ध आश्रम का भूमि पूजन किया। पशुपतिनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से अध्यक्ष स्वामी ओंकारानंद, सचिव गोपाल अधिकारी और मैनेजर रोहित कुमार ने अंगवस्त्रम और प्रसाद भेंट किया। नेपाल के प्रधानमंत्री ने वृद्ध आश्रम में रह रही महिलाओं और विद्यार्थियों से कुशल क्षेम पूछा और मंदिर में सरकार की ओर से सुविधाओं को बढ़ाने का आश्वासन दिया।

इसके बाद प्रधानमंत्री श्री काशी विश्वनाथ धाम होते हुए पुनः अपने गंतव्य को रवाना हो गए। प्रधानमंत्री के इस आगमन के दौरान मंडल आयुक्त दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्रा, विशेष कार्याधिकारी उमेश कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में जिले के अधिकारी उपस्थित रहे ।

 

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