कोरोना मुक्त जिला बनने की राह पर पूर्वी चम्पारण , मात्र एक एक्टिव मरीज
– कोविड नियमों का पालन करना व जागरूकता है जरूरी
– टीकाकरण से होगा कोरोना से बचाव
⏭️श्रीनारद मीडिया , प्रतीक कु. सिंह / मोतीहारी
पूर्वी चंपारण जिले में काफी तेज गति से टीकाकरण कर कोरोना महामारी के प्रभाव को कम किया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों का बेहद सराहनीय योगदान रहा है। लोगों में भी टीकाकरण के प्रति अब समझदारी देखी जा रही हैं जिसका परिणाम है कि पूर्वी चंपारण जिला कोरोना मुक्त जिला बनने की राह में चल पड़ा है यह कहना है सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार का। उन्होंने बताया कि कई दिनों से जिला के सभी आइसोलेशन बेड खाली हैं। कोरोना से पीड़ित बाहर रेफर किए मरीज ठीक होकर लौटकर आ गए हैं। जो जिलेवासियों के लिए काफी खुशी की ख़बर है परन्तु अभी भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। बाजारों व दुकानों पर भीड़ भाड़ देखा जा रहा है। लोगों को सतर्कता बरतने को कहा जा रहा है। मास्क लगाया जाना व शोशल डिस्टेनसिंग का पालन भी जरूरी है। मोबाइल वैन लगातार कोरोना टीकाकरण का प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अथक प्रयासों, चिकित्सकों एवं पेरामेडिकल स्टाफ, फ्रंटलाइन वर्कर्स की कड़ी मेहनत एवं कोरोना संक्रमित मरीजों की दृढ़ इच्छाशक्ति से सभी कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
टीकाकरण जरूर कराए तभी कोरोना से बचाव होगा पुर्वी चम्पारण के डाटा व अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि 15 माह 14 दिन यानी 480 दिन में पहली बार जिला में एक्टिव केस की संख्या आज 18 अगस्त को 0 हो गया। आज जिला कोरोना मुक्त है। इस दिन का इंतज़ार बहुत दिन से था। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के नेतृत्व में इस मुकाम को पाने के लिए जिला बेकरार था। पहला केस 26 अप्रैल 2020 को आया था लेकिन कल पुनः एक मामला तुरकौलिया में आया है, जो जल्द ही ठीक होगा। अभी 955 बेड में 954 बेड खाली है। परंतु सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। तीसरी लहर से बचने के लिए तैयार रहना चाहिए सभी लोगों को कोविड19 से बचने के लिए टीकाकरण के साथ मास्क लगाना चाहिए। लोगों से दो फिट की दूरी का पालन करते रहे। तीसरी लहर के मद्देनजर यह जरूरी है।
देश मे बना हुआ टीका सुरक्षित है। वर्तमान समय में टीकाकरण ही वायरस जनित कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे विश्वसनीय माध्यम है। इसलिए निर्धारित आयु वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को टीका अवश्य लेना चाहिए। साथ ही, अपने सगे संबंधियों को भी टीका लेने के लिए जागरूक करना चहिए। जिससे पूरे समाज को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। टीके की दोनों डोज लेने के बाद भी लोगों को मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना जरूरी है।