शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर के बिगड़ते रहे बोल, क्यों?

शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर के बिगड़ते रहे बोल, क्यों?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में मधेपुरा से राजद के विधायक रहे प्रो चंद्रशेखर को राजद के साथ बनी नयी सरकार में अगस्त, 2022 में शिक्षा विभाग के मंत्री की जिम्मेदारी दी गयी थी. वे करीब 17 महीने शिक्षा विभाग के मंत्री रहे. उन्होंने पद संभालने के बाद से ही विवादित बयान देना शुरू कर दिया था. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने 12 जनवरी, 2023 को प्रो चंद्रशेखर ने कहा था कि रामचरित मानस नफरती और जहरीला है. उनके इस बयान की जदयू ने भी आलोचना की थी और उसे प्रो चंद्रशेखर का निजी बयान करार दिया था.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को मंत्रीमंडल में बड़ा फेरबदल किया और राजद कोटे के तीन मंत्रियों के विभाग बदल दिए गए. शिक्षा मंत्री के पद से प्रो चंद्रशेखर भी हटा दिए गए. उन्हें गन्ना विभाग की कमान अब थमाई गयी है. करीब 17 महीने तक चंद्रशेखर शिक्षा मंत्री बने रहे. इस दौरान वो लगातार सुर्खियों में बने रहे.

अपने बयानों के कारण प्रो. चंद्रशेखर विवादों में घिरे रहे. रामायण और भगवान राम को लेकर दिये बयानों से वो घिरे रहे. वहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक से भी उनका टकराव रहा. जबकि पिछले एक डेढ़ महीने से नियमित रूप से वो विभाग भी नहीं आ रहे थे. वो अपने विभाग से कटे-कटे ही रह रहे थे. इस बीच शनिवार को देर शाम मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की तरफ से यह जानकारी जारी की गयी कि चंद्रशेखर समेत तीन मंत्रियों के विभाग बदल दिए गए हैं.

सीएम नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल में हुए फेरबदल के बाद अब शिक्षा विभाग की कमान राजद नेता आलोक कुमार मेहता को दी गई है. उनके पास पहले राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की जिम्मेदारी थी. अब वो शिक्षा मंत्री के रूप में अपनी सेवा देंगे. मंत्रीमंडल में फेरबदल की खबर जंगल में आग की तरह शनिवार को फैली और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर काफी चर्चा गरम रही. इन तीन नामों में सबसे अधिक प्रो. चंद्रशेखर ही सुर्खियों में रहे. जिनका कार्यकाल कई विवादों में घिरा रहा.

Leave a Reply

error: Content is protected !!