लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण हेतु चुनाव प्रचार समाप्त
01 जून 2024 को होने है वोटिंग
8 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान
7वें एवं आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार समाप्त
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही 16 मार्च से देशभर में शुरू हुआ चुनावी शोर आज यानी गुरुवार 30 मई को शाम पांच बजे थम गया। इसके साथ ही सातवें और अंतिम चरण का प्रचार अभियान बंद हो गया। अब 1 जून को सातवें चरण का मतदान होगा। इस चरण में आठ राज्यों की 57 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इसी के साथ सातों चरण के चुनाव संपन्न हो जाएंगे। अंतिम चरण के इस चुनाव में जिन प्रमुख सीटों पर मतदान है, उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है।
इसके साथ ही बंगाल की डायमंड हार्बर सीट, जहां से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी मैदान में हैं और बिहार की पाटलिपुत्र सीट भी शामिल है, जहां से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती चुनाव मैदान में हैं।
इस बीच अंतिम चरण का प्रचार थमने से पहले बाकी बचे घंटों में प्रचार को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा और कांग्रेस ने अपने सभी स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार रखा है। अंतिम चरण का यह चुनाव वैसे भी भाजपा की अगुवाई वाले राजग गठबंधन और कांग्रेस के नेतृत्व वाले आईएनडीआईए, दोनों के लिए ही काफी अहम है।
लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण में 8 राज्यों की कुल 57 सीटों पर चुनाव होना है. जिन आठ राज्यों में 1 जून को मतदान होना है, उसमें बिहार की 8 सीट, हिमाचल प्रदेश की 4 सीटें, झारखंड की तीन सीटें, ओडिशा की 6 सीटें, पंजाब की सभी 13 सीटें, उत्तर प्रदेश की 13 सीटें, पश्चिम बंगाल की 9 सीटें और छत्तीसगढ़ की एक मात्र सीट पर 1 जून को मतदान होगा.
2019 में 57 में से 32 सीटें एनडीए ने जीती थीं
साल 2019 में आठ राज्यों की इन 57 सीटों में एनडीए ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि तत्कालीन यूपीए ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाकी सीटों पर दूसरे दलों ने विजय हासिल की थी। फिलहाल, दोनों ही गठबंधन इस बार अपनी जीत के आंकड़े को बढ़ाने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है। हालांकि, इस बार सबसे रोचक चुनावी मुकाबला पंजाब में देखने को मिल रहा है, जहां चार प्रमुख दल यानी आप, भाजपा, कांग्रेस व अकाली दल मैदान में हैं। सभी इस बार अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।
उधर, छह चरणों का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के बाद निर्वाचन आयोग का पूरा जोर सातवें चरण के चुनाव को भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर है। इसे लेकर वह पूरी ताकत से जुटा हुआ है।
आयोग इस दौरान हर दिन की चुनावी गतिविधियों पर पूरी नजर रख रहा है। साथ ही चुनाव के दौरान फैलाए जाने वाले दुष्प्रचारों को लेकर न सिर्फ सतर्क है बल्कि ऐसे झूठ की तुरंत हकीकत भी सामने ला रहा है। आयोग ने पर्यवेक्षकों को भी अतिरिक्त सतर्क रहने का सुझाव दिया है।
बता दें कि पहले चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के सात मई को, चौथे चरण के लिए 13 मई को, पांचवें चरण के लिए 20 मई को और छठे चरण के लिए मतदान 25 मई को हुआ था।
7वें चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर), पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर बलिया से, माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर से, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय चंदौली से, केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी महाराजगंज से, भोजपुरी अभिनेता रवि किशन गोरखपुर से शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश में सातवें चरण की 13 लोकसभा सीट के लिये प्रचार थमा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी समेत उत्तर प्रदेश की 13 लोकसभा क्षेत्रों के चुनाव और दुद्धी विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार गुरुवार शाम समाप्त हो गया. इन सीट पर एक जून को मतदान होगा. इस चरण में इन लोकसभा क्षेत्रों के लिए कुल 144 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 134 पुरुष और 10 महिलाएं हैं.
यूपी के इन सीटों पर 1 जून को मतदान
सातवें चरण में राज्य की 13 लोकसभा सीट में से 11 सामान्य श्रेणी की हैं, जबकि दो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. इस चरण की 13 लोकसभा सीटों में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव (सुरक्षित), घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज (सुरक्षित) शामिल हैं, जो 11 जिलों में स्थित हैं. दुद्धी विधानसभा क्षेत्र सोनभद्र जिले में है.