दिल्ली में थम गया चुनाव प्रचार, पांच फरवरी को मतदान, आठ फरवरी को परिणाम आयेगा

दिल्ली में थम गया चुनाव प्रचार, पांच फरवरी को मतदान, आठ फरवरी को परिणाम आयेगा

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चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे 30 हजार पुलिसकर्मी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार सोमवार शाम छह बजे थम गया। अब कोई चुनावी रैलियां व जनसभाएं नहीं होंगी। पांच फरवरी को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। दिल्ली के एक करोड़ 56 लाख 14 हजार मतदाता भाजपा, आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के प्रत्याशियों समेत कुल 699 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

अंतिम समय तक राजनेता किए प्रचार

बता दें कि विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में बीजेपी, आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी सभाओं को संबोधित किया और रोड शो किए। वहीं, आम आदमी पार्टी की ओर से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई नेताओं ने रोड शो और जनसभाएं कीं।

तीनों पार्टियां चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी प्रचार किया। सोमवार यानी आज को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। आखिरी दिन भी तीनों पार्टियां चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी। इसके बाद शाम छह बजे विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर थम गया। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 5 फरवरी को सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 6 बजे तक चलेगा। एक करोड़ 56 लाख 14 हजार मतदाता ईवीएम का बटन दबाकर दिल्ली के चुनावी रण में भाजपा, आप, कांग्रेस समेत 699 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।

मतदान से 48 घंटे पहले बंद होता है प्रचार

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के अनुसार, मतदान सप्ताह के निर्धारित समय से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद करना होता है। इसलिए चुनाव प्रचार सोमवार शाम छह बजे समाप्त हो गया। इसके बाद राजनीतिक दल और उम्मीदवार कोई चुनावी सभा, रैली, रोड शो, पदयात्रा आदि नहीं कर सकेंगे। ऑडियो वीडियो के जरिए भी चुनाव प्रचार नहीं किया जा सकेगा। बिना किसी शोर-शराबे के उम्मीदवार घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर समर्थन जुटा सकेंगे और वोट की अपील कर सकेंगे।

20 जनवरी से चल रहा था चुनाव प्रचार

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 20 जनवरी से चुनाव प्रचार चल रहा था। तब से ही प्रत्याशी सुबह से शाम तक प्रचार में जुटे रहे। कहीं चुनावी सभाएं कीं तो कहीं घर-घर जाकर प्रचार किया। इस दौरान उनके समर्थकों ने विरोधी प्रत्याशी के ऐसे प्रभावशाली कार्यकर्ताओं की सूची तैयार कर ली है, जिनका मतदाताओं पर अच्छा खासा प्रभाव है।

चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे 30 हजार पुलिसकर्मी

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले शहर में अर्धसैनिक बलों की 150 से अधिक कंपनियां और 30,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। स्पेशल सीपी (अपराध) और चुनाव सेल के प्रभारी देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय राजधानी में 5 फरवरी के चुनावों की तैयारियों की रूपरेखा तैयार की।उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस कर्मी स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चुनाव पूर्व व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है।” उन्होंने आगे बताया कि नियमित नकदी जब्ती के साथ-साथ ड्रग्स और शराब की रिकॉर्ड जब्ती हुई है। लगभग 3,000 मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील के रूप में की गई है और इनमें से कुछ स्थानों पर ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।

स्पेशल सीपी ने कहा, “संवेदनशील बूथों के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी और शांति, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) को भी तैनात किया जाएगा।” जनवरी में, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ एक अंतर-राज्य समन्वय बैठक की थी।

साइबर एक्सपर्ट कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं

दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया था। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “बैठक के दौरान, दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने 150 से अधिक अर्धसैनिक कंपनियों और साइबर-विशेषज्ञ अधिकारियों से कड़ी निगरानी बनाए रखने का अनुरोध किया। चुनाव के लिए 30,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।”

एमसीसी उल्लंघन के 1000 से अधिक मामले दर्ज

अधिकारियों ने विभिन्न सुरक्षा मामलों पर खुफिया जानकारी और इनपुट का आदान-प्रदान किया, जिसमें सीमा जांच और संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन सहित आतंकवाद विरोधी उपायों को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के कथित उल्लंघन के 1,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। ये मामले आचार संहिता लागू होने के बाद से 7 जनवरी से 2 फरवरी के बीच दर्ज किए गए।

नशीली दवाओं की तस्करी पर नकेल कसी गई

इस अवधि के दौरान उत्पाद शुल्क अधिनियम सहित विभिन्न कानूनी प्रावधानों के तहत कुल 33,434 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चुनावों से पहले, पुलिस ने सीमा चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी है और हथियारों, शराब और नशीली दवाओं की तस्करी सहित अवैध गतिविधियों पर नकेल कस दी है। दिल्ली पुलिस ने कथित एमसीसी उल्लंघन के 1,049 मामले दर्ज किए हैं और 462 अवैध आग्नेयास्त्र और 510 कारतूस जब्त किए हैं। शस्त्र अधिनियम के तहत 482 लोगों को गिरफ्तार किया है।

अब तक पुलिस ने 177 लोगों को किया गिरफ्तार

इसके अतिरिक्त, सुरक्षा एजेंसियों ने 1,08,258 लीटर शराब जब्त की है और 1,353 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 77.9 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 196.602 किलोग्राम दवाएं जब्त की हैं। 1,200 से अधिक प्रतिबंधित इंजेक्शन भी जब्त किए गए हैं। साथ ही अब तक 177 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने 11.23 करोड़ रुपये नकद और 37.39 किलोग्राम चांदी भी जब्त की है। पुलिस के मुताबिक, सभी जिला डीसीपी और वरिष्ठ अधिकारियों को चुनाव तैयारियों के बारे में जानकारी दे दी गई है।

पुलिस टीमों ने दिन-रात गश्त तेज कर दी: डीसीपी सुरेंद्र चौधरी

पुलिस उपायुक्त (बाहरी) सचिन शर्मा ने कहा, “कानून और व्यवस्था बनाए रखने के अलावा, हम अपने क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पहल भी लागू कर रहे हैं। सभी SHO और पुलिस चौकी प्रभारियों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया है।” दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि पुलिस टीमों ने दिन-रात गश्त तेज कर दी है। दक्षिण-पूर्व जिले के डीसीपी रवि कुमार सिंह ने कहा कि टीमें अर्धसैनिक बलों के साथ फ्लैग मार्च कर रही हैं। सिंह ने कहा, “कई संवेदनशील स्थानों पर रोजाना पैदल मार्च और फ्लैग मार्च किया जा रहा है।”

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