वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को “जश्न-ए-टीका” कार्यक्रम के तहत किया जायेगा सम्मानित
• सामाजिक कार्यों जुड़े से आम नागरिकों को भी मिलेगा प्रशस्ति पत्र
• छह माह में छह करोड़ लोगों का टीका लगाने का है लक्ष्य
• स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लंच किया गया है “जश्न ए टीका” पोर्टल
श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ अमनौर‚ सारण (बिहार)
छपरा जिले में कोविड टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए स्वास्थ्यकर्मी अपने कर्तव्यों का बखूबी निवर्हन कर रहे हैं। कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। स्वास्थ्य कर्मियों के हौसला को बढ़ाने तथा कार्य के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने अच्छी पहल की शुरुआत की है। टीकाकरण अभियान में बेहतर कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों और समाज से जुड़े आम नागरिकों को भी “जश्न-ए-टीका” कार्यक्रम के तहत सम्मानित किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
जारी पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री द्वारा छः माह छ करोड टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी है। इसके क्रियान्वयन के लिए जिला, प्रखंड एवं स्थानीय स्तर तक के पदाधिकारियों / कर्मियों के साथ साथ समाज से जुड़े नागरिकों द्वारा विभिन्न प्रकार के उल्लेखनीय नवाचार एवं पहल किये जा रहे हैं। ऐसे नवाचार एवं पहल के डक्यूमेंटेशन एवं कोविड 19 टीकाकरण से संबंधित उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्ति के कार्यो के प्रयासों को उल्लेखित करने के लिए जश्न-ए- टीका पोर्टल का शुभारम्भ किया गया है। पोर्टल पर स्वयं पंजीकरण करते हुए नवाचार एवं पहल से संबंधित उल्लेखों की प्रविष्टि की जा रही है, जिससे जनमानस को कोविड टीकाकरण के दौरान किये जा रहे प्रयासों की जानकारी प्राप्त हो सके।
पुरस्कार समारोह का होगा आयोजन:
कार्यक्रम से सम्बद्ध पदाधिकारी / कर्मों के साथ साथ समाज से जुड़े हुए नागरिकों, जिनका उक्त कार्य में उत्कृष्ट योगदान रहा है को सम्मानित किया जाना है। कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है कि कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारी, कर्मी को चयनित कर पुरस्कार समारोह का आयोजन करते हुए सम्मानित करना सुनिश्चित किया जाये। अक्टूबर माह में पुरस्कार 04 अक्टूबर 2021 को तथा अगला कार्यक्रम 6 माह 6 करोड़ अभियान की समाप्ति के उपरांत किया जायेगा।
वैक्सीन की दोनों डोज लेना बेहद जरूरी:
सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने बताया कि दूसरी लहर में हमने कोरोना की भयावहता को देखा। इसमें पता चला कि ये महामारी कितनी घातक हो सकती है। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है, लेकिन इसके साथ ही इसने हमें तीसरी लहर से निपटने के बेहतर तरीके भी बताए। हमें ये समझना होगा कि कोरोना के संक्रमण से बचने का वैक्सीनेशन ही एकमात्र रास्ता है। उसमें भी वैक्सीन की दूसरी डोज सबसे अहम है। जब तक आप दोनों डोज नहीं लगवा लेते आप संक्रमण के खतरे से पूरी तरह दूर नहीं हुए हैं।
दोनों डोज लेने के बाद भी नियमों का पालन आवश्यक:
अगर आपने दोनों डोज लगवा लिए हैं। उसके बाद भी सभी को कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करना ही चाहिए, क्योंकि पूरी तरह वैक्सीनेट होने के बाद भी वैक्सीन लगवाया व्यक्ति तो प्रोटेक्ट हो जाता है, लेकिन वो संक्रमण उसी तरह फैला सकता है जिस तरह बिना वैक्सीन लगा व्यक्ति। इसलिए समाज के प्रति जिम्मेदार होते हुए दोनों डोज लगने के बाद भी मास्क पहनना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना आदि बंद नहीं करें।
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