एनक्वास कार्यक्रम- राज्य स्तरीय टीम ने अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी के प्रभारी एवं नोडल अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक:

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एनक्वास को लेकर राज्यस्तरीय टीम का अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी का निरीक्षण:

स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा बेहतर किया गया प्रयास: सिविल सर्जन

श्रीनारद मीडिया,  पूर्णिया,(बिहार):

मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के तीन स्तर पर प्रमाणीकरण के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। जिसमें पहले चरण में कायाकल्प, दूसरे चरण में लक्ष्य एवं तीसरे चरण में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) प्रमाणीकरण योजना की शुरुआत की गई है। उक्त बातें त्रिस्तरीय राज्यस्तरीय टीम के नेतृत्वकर्ता डॉ राजीव कुमार ने अंतिम दिन अनुमंडलीय अस्पताल के सभी नोडल अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के प्रभारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही। एनक्वास कार्यक्रम को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी का राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा नामित डॉ राजीव कुमार, पीयूष कुमार चंदन और केयर इंडिया की कार्यक्रम प्रबंधक नीलोफर बेगम द्वारा निरीक्षण किया गया है। इस मौके पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक कैशर इक़बाल, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रिंस कुमार सुमन, अस्पताल प्रबंधक अभिषेक आनंद, स्टाफ़ नर्स दुर्गा कुमारी, संगीता कुमारी एवं एएनएम अनुराधा कुमारी, दिलराज कौर, प्रियंका कुमारी, मोनिका कुमारी, यूनिसेफ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद, केयर इंडिया की ओर से संध्या, सिफ़ार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी भी उपस्थित थे।

स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा बेहतर किया गया प्रयास: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी को पहले ही
लक्ष्य और कायाकल्प प्रमाणीकरण मिल चुका है। इसके बाद राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) को लेकर जिला से लेकर स्थानीय स्तर के अधिकारियों एवं कर्मियों के द्वारा बेहतर प्रयास किया गया है। राज्य स्तरीय टीम के द्वारा सभी विभागों का अवलोकन किया गया है। जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर टीम ने अपनी सहमति जताई है। क्योंकि एनक्वास के पैमाने पर शत प्रतिशत खरा उतरा है। स्थानीय अस्पताल में इलाजरत मरीज़ों या अभिभावकों के साथ उत्तम व्यवहार के साथ ही समुचित उपचार का परिणाम है कि लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर परिणाम मिला है।

 

सभी विभागों के प्रभारी एवं नोडल अधिकारियों के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने किया अवलोकन: डीसीक्यूए
जिला सलाहकार, गुणवत्ता यक़ीन डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम द्वारा सभी नौ विभागों के नोडल अधिकारी एवं प्रभारी के नेतृत्व में गहनतापूर्वक जांच की गयी। जिसमें प्रसव कक्ष के नोडल अधिकारी डॉ निहारिका एवं प्रभारी नेहा कुमारी, रूबी कुमारी, आनंद भारती, अंशु, ओटी के नोडल अधिकारी डॉ सुष्मिता प्रसाद एवं प्रभारी सोमप्रभा और ज्योति सुमन, ओपीडी के नोडल अधिकारी डॉ प्रभात कुमार एवं प्रभारी प्रियंका पोद्दार और सारिका कुमारी, आईपीडी के नोडल अधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार एवं प्रभारी पूजा कुमारी, फार्मेसी के नोडल अधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार एवं प्रभारी धीरेंद्र कुमार, जांच घर के नोडल अधिकारी डॉ मनोरंजन कुमार एवं प्रभारी महम्मद नईम, सामान्य प्रशासन के नोडल अधिकारी अस्पताल प्रबंधक अभिषेक आनंद, एक्जलरी विभाग के नोडल अधिकारी सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिमेष कुमार, रेडियोलॉजी विभाग के नोडल अधिकारी संजू कुमारी एवं पवन कुमार से टीम ने अलग-अलग पूछताछ कर जानकारी ली।

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