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महात्मा गांधी केविवि में हुआ हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत निबंध प्रतियोगिता का आयोजन.

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हिंदी हमारी संस्कृति और सभ्यता में रचा-बसा है- डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के हिंदी विभाग द्वारा ‘हिन्दी पखवाड़ा-2021’ के तहत ‘हिंदी के विकास में मीडिया की भूमिका’ विषयक हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय परिसर स्थित वाणिज्य विभाग के श्रवण कक्ष में आयोजित हुई। निबन्ध लेखन प्रतियोगिता पूर्वाह्न 11:15 से लेकर 12:15 तक चली। हिंदी पखवाड़ा 2021 के संयोजक हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेन्द्र सिंह बड़गूजर का भी सानिध्य प्रतिभागीयों को प्राप्त हुआ।
शुभारंभ प्रतियोगिता संयोजक एवं हिंदी विभाग के सह आचार्य डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए किया। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी संस्कृति और सभ्यता में रचा-बसा है। यदि हिंदी समृद्धि होगी तो हमारी संस्कृति और सभ्यता भी बेहतर होगी।


कार्यक्रम के सह-संयोजक मीडिया अध्ययन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने निबन्ध लेखन प्रतियोगिता के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी के विकास में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि 30 मई, 1826 को हिंदी का पहला समाचार पत्र निकला और समाचार पत्रों में हिंदी भाषा का प्रयोग शुरू हुआ। आज के समय में भारतीय मीडिया क्षेत्र में हिंदी सबसे अधिक चलन में है ।

तत्कालीन समय से अगर तुलना करें तो आज मीडिया के क्षेत्र में हिंदी का विकास व्यापक स्तर पर हुआ है । इन्हीं शब्दों के साथ डॉ मिश्र ने विद्यार्थीयों को शुभकामनाएं देते हुए प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया।

वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ शिवेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रतियोगिता में सहभागिता केवल हार-जीत के लिए नहीं बल्कि कुछ बेहतर सीखने के उद्देश्य से की जाती है। हिंदी हमें आत्मीयता का बोध भी कराती है।

प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों के कुल 14 विद्यार्थीयों एवं शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया । आयोजन समिति के सदस्य शोधार्थी सह हिंदी सभा के सदस्य रश्मि सिंह, मनीष भारती, सुनंदा गारई एवं राजेश पाण्डे शामिल थे। साथ ही आशीष कुमार और श्रुति का भी विशेष सहयोग रहा।

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