मशरक सीएचसी में 20 साल बाद भी स्वास्थ्य सेवा बदहाल, जिम्मेदार कौन ?
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
बनियापुर विधानसभा क्षेत्र के मशरक में विकास के दावे और वादे भी सामने आए। तकरीबन हर क्षेत्र में विकास हुआ, पर मरीजों की पीड़ा इस शोर में दब गई। बनियापुर के विधायक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में पिछड़ गए। 20 साल बाद भी लगभग-लगभग 2 लाख की आबादी वाले मशरक में इलाज की कोई माकूल व्यवस्था नहीं हो गई।
नतीजतन यहां के अधिकतर मरीज छपरा या पटना रेफर होते रहे हैं। गंभीर मामले में खासकर सड़क दुर्घटना, ब्रेन स्ट्रॉक, ह्दय से जुड़ी बीमारी से ग्रसित मरीज सीधे रेफर ही किए जाते हैं। इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं है। सारण , सिवान, गोपालगंज की सीमा से लगे रहने के कारण यहां मरीजों की भीड़ रहतीं हैं।
वहीं इमरजेंसी में तो सभी मरीजों को सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया जाता है जिसका कारण स्पष्ट है कि यहां ऐसे गंभीर मामलों के इलाज के लिए विधायक के 20 वर्षों के कार्यकाल में कोई व्यवस्था नहीं हो पाई, न तो विशेषज्ञ चिकित्सक ही मिल पाए, न ही उपकरण ही उपलब्ध हो पाया है।
इसके कारण यहां जनता रेफर शब्द की पीड़ा झेलने को अभिशप्त है और ऐसे मामले लोग सरकार को भी कोसना नहीं छोड़ते हैं। वहीं सूत्रों ने बताया कि जिले से मिले स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के बजट को खर्च करने में यह अस्पताल सबसे आगे हैं जबकि रैंकिंग में सबसे नीचे है। जिसका मुख्य कारण भ्रष्टचार बताया जाता है।
सरकार में भी रहे विधायक पर भी कुछ खास नहीं कर पाए
बनियापुर विधानसभा क्षेत्र से 20 वर्षों तक विधायक रहनें के बाद भी मशरक सीएचसी में स्वास्थ्य सेवा में सुधार को लेकर कुछ खास नहीं हो पाया। नतीजा रहा कि स्वास्थ्य सेवा दिनों दिन बदतर होती चली गई। अगर 20 वर्ष की स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धि पर गौर करें तो देखा जा रहा है कि यहां करोड़ों रुपये के सरकारी अस्पताल का भवन बन गए लेकिन इन भवनों को आज तक न तो सही तरीके से चिकित्सक ही मिल पाया, न ही कर्मी ही।
जबकि संसाधन व अन्य चिकित्सीय सामान भी नहीं मिल पाया है। इसके बाद भी लगातार बेहतर अस्पताल बनाने की घोषणा लगातार होती रहती है लेकिन जो अस्पताल भवन मौजूद हैं, उसके लिए न तो संसाधन है , न ही चिकित्सक ही है। जिस अनुपात में चिकित्सक व कर्मी नहीं है। आबादी के अनुपात में चिकित्सक के स्वीकृत पद के अनुरूप चिकित्सक उपलब्ध नहीं है।
इसके कारण भी समस्या हो रही है। विशेषज्ञ चिकित्सक पहले से नहीं है। यहा तक स्वास्थ्य कर्मी की भी कमी है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यहां भवन तो ठीक है लेकिन संसाधन और चिकित्सकों का घोर अभाव है। इसके कारण लोग लगातार बाहर रेफर हो रहे हैं।
सड़क दुर्घटना मामले में सबसे ज्यादा लोग रेफर हो रहे हैं। यहां कोई संसाधन नहीं है। न ही चिकित्सक हैं। हैंड इंज्यूरी व मल्टीप्ल इंज्यूरी के मामले में सबसे ज्यादा लोग रेफर हो रहे हैं जबकि ह्दय लोग सहित अन्य गंभीर बीमारी के विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है न ही कोई उपकरण ही है।
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