जयराम विद्यापीठ में हर शुभ कार्य भगवान श्री राम भक्त वीर हनुमान की आराधना से होता है 

जयराम विद्यापीठ में हर शुभ कार्य भगवान श्री राम भक्त वीर हनुमान की आराधना से होता है

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ज्येष्ठ महीने के तीसरे बड़े मंगलवार को जयराम विद्यापीठ में हुई पूजा अर्चना एवं हनुमान चालीसा पाठ

श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, कुरूक्षेत्र –

देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से श्री जयराम विद्यापीठ के मुख्य मंदिर में ब्रह्मचारियों एवं वेद पाठियों द्वारा ज्येष्ठ महीने के तीसरे बड़े मंगलवार के अवसर पर भगवान श्री राम भक्त वीर हनुमान की प्रतिमा के समक्ष विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना एवं हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया कि ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है।

उन्होंने बताया कि 11 जून को तीसरा बड़ा मंगल होने के कारण विद्यापीठ में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ जनकल्याण की भावना से हनुमान पूजन हुआ है। उन्होंने बताया कि बड़े मंगलवार के दिन बजरंगबली की कृपा से आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया कि श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से सभी शुभ कार्य भगवान श्री राम भक्त हनुमान का आहवान कर विधिवत पूजा अर्चना के साथ होता हैं।

उन्होंने बताया कि वीर हनुमान जी नौ निधियों के दाता हैं, अतुलित बल के स्वामी हैं, वे प्रभु श्रीराम के परम भक्त और संकटमोचन हैं। अगर प्रभु श्री राम की कृपा प्राप्त हो तो वीर हनुमान जी की कृपा अपने आप ही मिल जाती है।
परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी भगवान श्री राम भक्त वीर हनुमान का पूजन करते हुए।

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