महाकुंभ में प्रत्येक घंटे लगभग दो लाख श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रयागराज के विशाल पावन संगम तट पर दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेला शुरू हो गया है. लाखों श्रद्धालु महाकुंभ का पहला शाही स्नान कर रहे है. हर घंटे लगभग दो लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं. यह क्रम 26 फरवरी तक चलता रहेगा. इस महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा. गंगा और यमुना के किनारे बनाये गये अस्थायी टेंट सिटी को डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक चलने के लिए सुसज्जित किया गया है.
जनवरी 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक कानून पारित करके पूर्ण कुंभ का नाम बदलकर महाकुंभ कर दिया. इसी तरह, हर छह साल में होने वाले अर्ध कुंभ को कुंभ मेला नाम दिया गया.
महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की अगाध श्रद्धा देखने को मिली. करोड़ों की संख्या में लोग पुण्य स्नान के लिए संगम तट की ओर उमड़ पड़े. इस दौरान जो सबसे अनूठी चीज देखने को मिली वो पुलिस का व्यवहार है. यूं तो श्रद्धालुओं को राह दिखाने के लिए मेला प्रशासन की ओर से 800 के करीब साइनेजेस लगाए गए हैं, लेकिन राह दिखाने के लिए योगी सरकार की पुलिस पर लोगों ने ज्यादा भरोसा दिखाया. पांटून ब्रिज हो या सेक्टर, श्रद्धालु जब भी पुलिस बल से कहीं भी जाने की राह पूछते तो पुलिस कर्मी उन्हें पूरी विनम्रता के साथ उनके गंतव्य के लिए राह दिखा देते. पुलिस की यह विनम्रता देखकर श्रद्धालु भी बेहद खुश नजर आए.
महाकुंभ को लेकर दो महीने तक कराई गई है ट्रेनिंग
महाकुम्भ को लेकर इस बार बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग कराई गई है. परेड स्थित पुलिस लाइन में लगातार दो महीने तक पुलिसकर्मियों को बिहेवियर की ट्रेनिंग कराई गई है, जिसका असर सोमवार को पहले स्नान पर्व पर दिखाई दिया. बड़ी संख्या में लोग पुलिसकर्मियों से पांटून ब्रिज पर आने और जाने के विषय में जानकारी लेते रहे. इसी तरह, सेक्टर की जानकारी के लिए भी पुलिसकर्मी ही श्रद्धालुओं की पहली प्राथमिकता रहे. खास बात ये थी कि पुलिसकर्मियों ने भी कुशल व्यवहार का परिचय देते हुए पूरी विनम्रता से श्रद्धालुओं की मदद की. यही नहीं, पुलिसकर्मी बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांग लोगों की मदद करते भी नजर आए.
हर चौराहे पर पुलिस सहायता बूथों पर तैनात रहे जवान
महाकुंभ का पहला स्नान पर्व पर भारी भीड़ के अनुमान को देखते हुए घाटों पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया, जबकि पांटून ब्रिज पर भी एंट्री और एग्जिट प्वॉइंट पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स का डेप्लॉयमेंट नजर आया. गंगा के दोनों तरफ सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस सहायता बूथों की स्थापना की गई थी, जहां पर पुलिस कर्मी चौकन्ने और मुस्तैद नजर आए. चौराहों पर वॉच टावर पर भी पुलिस बल सक्रिय रहे और उन्होंने हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी. एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह मुस्तैद है. एक दिन पहले से ही सभी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर पूरी तत्परता से कार्य कर रहे हैं. घाटों पर भी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की गई है.
बिजली के खंभों पर लगा क्यूआर कोड बता रहा श्रद्धालुओं को लोकेशन
त्रिवेणी संगम पर 25 सेक्टर में फैले महाकुम्भ मेला क्षेत्र में 50 हज़ार से ज्यादा विद्युत खंभों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं. महाकुम्भ मेले में आए श्रद्धालु बिजली के खंभों पर लगे क्यूआर कोड से अपनी लोकेशन जान सकेंगे. इस क्यूआर कोड से सभी श्रद्धालुओं को अपनी लोकेशन जानने में आसानी होगी कि वे किस सेक्टर या फिर किस सड़क पर हैं. इसके साथ ही श्रद्धालु अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करके अपने सुझाव व शिकायतें भी नियंत्रण कक्ष को भेज सकते हैं.
महाकुंभ में होंगे छह शाही स्नान
- 13 जनवरी 2025: पौष पूर्णिमा स्नान
- 14 जनवरी 2025: मकर संक्रांति स्नान
- 29 जनवरी 2025: मौनी अमावस्या स्नान
- 3 फरवरी 2025: बसंत पंचमी स्नान
- 12 फरवरी 2025: माघी पूर्णिमा स्नान
- 26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि स्नान
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