चक्रवाती तूफान से सब है भयभीत,कैसे?
हवा की गति 120 किमी प्रति घंटा होगी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
स्कूल-कॉलेज बंद, राष्ट्रपति का दौरा टला
पुरी की यात्रा न करने की सलाह
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी के अनुसार ‘दाना’ को केंद्र में रखकर पूरे राज्य में अलर्ट जारी करने के साथ-साथ एहतियात के तौर पर 10 तटीय जिलों में ओडीआरएएफ की 17 टीमें तैनात की गई हैं। पर्यटकों से शहर खाली करने व 24-25 अक्टूबर को पुरी की यात्रा न करने तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
भारी बारिश का अनुमान
2000 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन के सौजन्य से चक्रवातों का नाम रखने का क्रम शुरू हुआ। इसके लिए बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड आदि देशों का एक पैनल है, जो चक्रवात के नामों का चयन करता है। ‘दाना’ एक अरबी नाम है, अरबी में इसका मतलब ‘उदारता’ है। इस नाम का चयन कतर ने किया है।
भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी समेत 178 ट्रेनें तीन दिनों के लिए रद
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवात ‘दाना’ के कारण तटीय ओडिशा से गुजरने वाली 178 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। इनमें हावड़ा-सिकंदराबाद, शालीमार-पुरी सुपरफास्ट, नई दिल्ली-भुवनेश्वर, हावड़ा-भुवनेश्वर, हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट, नई दिल्ली-पुरी, खड़गपुर-खुर्दा, संबलपुर-पुरी एक्सप्रेस आदि ट्रेनें शामिल हैं। पुरी-हावड़ा रूट पर इन ट्रेनों का परिचालन 23 से 25 अक्टूबर तक अवरुद्ध रहेगा।
तटरक्षक बल सतर्क, जहाज व विमान तैनात
भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) ने मंगलवार को कहा कि वह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवात के मद्देनजर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है और उसने अपने जहाजों तथा विमानों को तैनात किया है।
आइसीजी ने मछुआरों और नाविकों को नियमित मौसम चेतावनी और सुरक्षा संबंधी परामर्श जारी करने के लिए बंगाल के हल्दिया और ओडिशा के पारादीप में हेलीकॉप्टर और रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन भी तैनात किए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बंगाल में अभी तक नौ दलों को तैनात किया है।
चार दिन के लिए स्कूल-कॉलज बंद
सीएम ममता ने कहा कि चक्रवात दाना से निपटने के लिए राज्य प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। हम कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। इसलिए समुद्र तटीय और आसपास के नौ जिलों में ऐहतियातन सभी स्कूल-कॉलेज बुधवार से शनिवार तक बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई। इसमें जिन नौ जिलों का उल्लेख है उसमें उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, झाडग़्राम, बांकुड़ा, हुगली, हावड़ा और कोलकाता शामिल है। इन जिलों में सभी स्कूल- कॉलेज 23 से 26 अक्टूबर तक बंद रहेंगे।
- इस चक्रवात को ‘दाना’ नाम दिया गया है। इसके प्रभाव से दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में 23 से 25 अक्टूबर के दौरान भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
- ममता ने कहा कि चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। राज्य और जिला स्तर पर एकीकृत नियंत्रण कक्ष शुरू कर दिए गए हैं, जो चौबीसों घंटे काम करेगा।
बुधवार से मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक
मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। बुधवार से इसपर पूरी तरह रोक रहेगी। तटवर्ती क्षेत्रों में लगातार माइकिंग करके भी लोगों को सतर्क किया जा रहा है। ममता ने कहा कि चक्रवात से दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। साथ ही पड़ोसी जिले भी प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि तेज हवा के साथ भारी बारिश होगी। सभी डीएम-एसपी को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को हटाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।
प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
सीएम ममता ने कहा कि राज्य और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ व एनडीआरएफ) को भी तैनात किया गया है। तटवर्ती जिलों में फेरी सेवा भी बुधवार से निलंबित रहेंगी, जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। इसके अलावा राज्य सरकार ने तटीय इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही को नियंत्रित करने का भी आदेश दिया है। ममता ने कहा कि संबंधित जिलों में पर्याप्त राहत सामग्री की भी व्यवस्था की गई है। राज्य व जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
विभिन्न विभागों के सचिवों को दी गई विशेष जिम्मेदारी
सीएम ममता ने कहा कि विभिन्न विभागों के प्रधान सचिवों को आपदा की स्थिति पर नजर रखने की विशेष जिम्मेदारी दी गई है। जिन नौ जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है, वहां पर वे नजर रखेंगे। इनमें वरिष्ठ आइएएस अधिकारी मनीष जैन को दक्षिण 24 परगना का प्रभारी, राजेश सिन्हा को उत्तर 24 परगना, राजेश पांडे को हावड़ा, सुरेंद्र गुप्ता को पश्चिमी मेदिनीपुर, ओंकार सिंह मीणा को हुगली, परवेज अहमद सिद्दीकी को पूर्व मेदिनीपुर, सौमित्र मोहन को झाडग़्राम और अवनींद्र शील को बांकुड़ा जिले का प्रभारी बनाया गया है।
राज्य कैबिनेट की बैठक भी
ममता ने कहा कि 24 अक्टूबर को राज्य मंत्रिमंडल (कैबिनेट) की बैठक भी होगी। उन्होंने चक्रवात के मद्देनजर तटवर्ती या दूरदराज के जिलों के मंत्रियों से इस बैठक में नहीं आने को कहा। इसकी बजाय उन्होंने संबंधित मंत्रियों को चक्रवात के दौरान अपने क्षेत्र- जिलों में रहने और लोगों की मदद का निर्देश दिया।
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