पचरूखी में दहेज के लिए विवाहिता की हत्या कर साक्ष्य मिटाया, प्राथमिकी दर्ज
श्रीनारद मीडिया अशोक कुमार पासवान पचरुखी सीवान ( बिहार)
सीवान जिले के पचरूखी थाने के पचरुखी टोला मठिया गांव में एक विवाहिता को दहेज के लिए हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में छपरा जिले के जनता बाजार थाना के टेलछा निवासी उपेंद्र पांडेय ने पचरूखी थाना में आवेदन देकर अपनी विवाहिता पुत्री अंजली देवी को दहेज के लिए हत्या कर साक्ष्य मिटाने की प्राथमिकी दर्ज कराया है। पचरूखी थाना कांड संख्या 146/2021 में विवाहिता अंजली देवी के पिता उपेन्द्र पांडेय ने कहा है कि मेरी बेटी की शादी 2012 में कृष्णकांत पांडेय के साथ हुई थी। उसकी पुत्री की हत्या विगत 15 मई की ससुरालियों ने कर दिया। उन्होंने कहा है कि पूर्व में दहेज के रूप में उनसे एक लाख रूपये की मांग की जा रही थी। दहेज नहीं देने पर उनकी बेटी की हत्या कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी एक माह बाद 16 जून को हुई तब में आकर थाने में प्राथमकी दर्ज कराया हूं। इस मामले में मृतका अंजली देवी के पति कृष्णकांत पांडेय, देवर मनीष पांडेय, सांस, नंनद सहित महाराजगंज थाना के पटेडा निवासी भूषण पांडेय की पत्नी किरण पांडेय सहित चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है। आवेदन में कहा है कि मृतका की 6 वर्ष की पुत्री को उसके चाचा नामजद अभियुक्त मंतोष पांडेय घटना के बाद से बाहर लेकर चला गया है।
वहीं सुत्रों की माने तो विवाहिता अंजली देवी का बीमार थी जिसका पहले से ईलाज चल रहा था। कोरोना महामारी जब अपने चरम पर था उसी वक्त उसका कोरोना से मौत हो गया। जिसके अंतिम संस्कार में उसके मायके के लोग भी शामिल हुए थे। अंजली देवी के मौत के बाद उसकी 6 वर्षीय पुत्री को उसके ननिहाल वाले अपने घर रखने की बात कहने लगे। इस पर ससुरालियों ने असहमति जता उसे वहां नहीं जाने दिया। इसी को लेकर मामला आगे बढ़ गया।
फिलहाल जो भी हो पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी। इस संबंध में पचरूखी थानाध्यक्ष रितेश मंडल ने कहा है कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी व मामले की तहतक पुलिस पहुंच जाएंगी।
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