Breaking

ईवीएम हिजबुल्लाह के पेजर से अधिक मजबूत है- चुनाव आयोग

ईवीएम हिजबुल्लाह के पेजर से अधिक मजबूत है- चुनाव आयोग

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा से पहले, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मांग की कि मतदान मतपत्रों से कराया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अगर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल किया जाएगा तो भाजपा सरकार और चुनाव आयोग कुछ भी कर सकते हैं। राशिद अल्वी ने आगे कहा कि अगर इजराइल अपने पेजर में हेराफेरी करके लोगों को मार सकता है, तो कुछ भी हो सकता है। राशिद ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजरायल के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं।

ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित- चुनाव आयुक्त

चुनाव आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर अपनी बात रखी।

उन्होंने कहा कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है। कुमार ने कहा कि आज कल सवाल आ रहे हैं कि जब पेजर उड़ा सकते हैं तो ईवीएम हैक कैसे नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि पेजर कनेक्टेड होता है, ईवीएम नहीं। हम ईवीएम से जुड़े हर सवाल का जबाव देने को तैयार हैं और हम पहले भी जवाब देते रहे हैं।

चुनाव आयोग ने कांग्रेस के राशिद अल्वी के दावे को लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ‘हमारे ईवीएम हिजबुल्लाह के पेजर से अधिक मजबूत हैं’, यह चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया थी, जो कांग्रेस के राशिद अल्वी के दावे पर आधारित थी, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इजरायल के साथ ‘मित्रता’ का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि लेबनान के पेजर की तरह ईवीएम में भी हेराफेरी की जा सकती है, तथा विपक्ष से मतपत्रों के माध्यम से मतदान की मांग करने का आग्रह किया था।

महाराष्ट्र में मतपत्र से मतदान होना चाहिए- राशिद अल्वी

दरअसल ईवीएम को लेकर विपक्ष शुरू से चुनाव आयोग को टारगेट करता रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तो लोकसभा चुनावों में बंपर सफलता मिलने के बाद भी ईवीएम पर भरोसा करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर उनकी सरकार भी बन जाती है तो भी वो ईवीएम पर भरोसा नहीं कर सकते हैं।

हिजबुल्लाह के पास मौजूद पेजर और वॉकी-टॉकी, जिन्हें कथित तौर पर इजरायल द्वारा विस्फोटक उपकरण में बदल दिया गया था और इजरायल के साथ प्रधानमंत्री के अच्छे संबंधों का जिक्र करते हुए पूर्व सांसद और कांग्रेस प्रवक्ता अल्वी ने कहा, महाराष्ट्र में विपक्ष को ईवीएम के बजाय मतपत्र से मतदान कराने पर जोर देना चाहिए।

अन्यथा, भाजपा सरकार और चुनाव आयोग कुछ भी कर सकते हैं। यदि इजराइल पेजर और वॉकी-टॉकी के इस्तेमाल से लोगों को मार सकता है, तो ईवीएम क्या है? इजराइल के साथ पीएम के बहुत अच्छे रिश्ते हैं। इजराइल ऐसी चीजों में माहिर है। ईवीएम का बड़ा खेल कहीं भी हो सकता है और उसके लिए बीजेपी चुनाव से पहले ये सब खेल कर लेती है।

हरियाणा चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मशीनें “100 प्रतिशत फूलप्रूफ” हैं और “उन्हें (हिजबुल्लाह) पेजर की तरह हैक नहीं किया जा सकता, जिनका इस्तेमाल विस्फोटों के लिए किया जाता है।”

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!