सेना का फर्जी अधिकारी गिरफ्तार, आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर किया
है लाखों की ठगी
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क :
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सेना का फर्जी अधिकारी बनकर लोगों को चूना लगाने वाले शातिर ठग (Fraud) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वाराणसी के शिवपुर के रहने वाले राजवीर सिंह पर आर्मी में भर्ती करवाने के नाम पर लाखों की ठगी का आरोप है. पुलिस के मुताबिक राजवीर ने वर्ष 2008 में आर्मी में भर्ती होने की परीक्षा दी थी लेकिन पास नहीं हो सका. इसके बाद उसके शातिर दिमाग में फर्जी आर्मी अफसर (Fake Army Officer) बनने का आइडिया आया और उसने लोगों को विश्वास दिलाने के लिए आर्मी की ड्रेस सिलवा ली. इसके बाद वो सबको खुद को वाराणसी कैंटोनमेंट में स्थित 39 जीटीसी रेजिमेंट का कैप्टन बताने लगा.
नकली आर्मी अफसर बनने के बाद राजवीर ने सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर शिकार ढूंढना शुरू किया. इस दौरान बेरोजगारी की मार झेल रहे कुछ युवा उसके झांसे में आ गए. इनमें से एक वाराणसी के ही लोहता निवासी अमरनाथ यादव से उसने 14 लाख रुपये आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर ले लिये. बाद में राजवीर ने इसी तरह कई और लोगों को भी बेवकूफ बनाकर उनसे लाखों रूपये ऐंठे. इतना ही नहीं राजवीर ओएलएक्स पर भी आर्मी का जवान बनकर लोगों को ठगने लगा. आर्मी इंटेलिजेंस को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की जिसके बाद एसटीएफ को इसे पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई.
मंगलवार को राजवीर फिर एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने के नाम पर कैंट थाना के कैंटोनमेंट में मिलने पहुंचा था. एसटीएफ को इसकी भनक लगी तो वो मौके पर पहुंची और उसने शातिर राजवीर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इसके पास से आर्मी के कई फर्जी दस्तावेज, आईकार्ड बरामद किया है. एसटीएफ के उपाधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी वाराणसी और आसपास के शहरों में लोगों को अपना शिकार बनाता था. इसने नकली मिलिट्री मैन बनकर धोखे से शादी भी की है. उन्होंने कहा कि राजवीर ने आर्मी अफसर बनने के साथ-साथ फर्जी डिप्टी एसपी का भी रूप धारण किया था.
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