फाइलेरिया होगा लाचार, खाएंगे मिलकर जब दवा एक साथ
फाइलेरिया पीड़ित नमिता ने डी. ई. सी. एवम् एलबेंडाजोल की गोली खाकर दिया जागरूकता का संदेश:
1 साल पूर्व फाइलेरिया यानी हाथीपांव से हुई थी ग्रसित:
साफ – सफाई रखने एवं फाइलेरिया की दवा खाने को लेकर रिश्तेदारों एवं लोगों को करती हैं जागरूक:
श्रीनारद मीडिया, मधेपुरा, (बिहार):
दुर्गा पूजा एवं कोविड टीकाकरण महाअभियान के कारण सर्वजन दवा सेवन अभियान यानी एमडीए कार्यक्रम को स्थगित किया गया था। पुनः 18 अक्टूबर से जिले में एमडीए कार्यक्रम चलाकर लोगों को फाइलेरिया उन्मूलन की दवा खिलाई जा रही है। ज्ञात हो कि इस अभियान में लोगों को डीईसी एवं एलबेंडाजोल की गोली का सेवन आमजन को कराया जा रहा है। बुधवार को भी जिले भर में एमडीए अभियान चलाकर आशा कार्यकर्ताओं ने घर- घर जाकर लोगों को फाइलेरिया उन्मूलन की दवा का सेवन कराया। स्वास्थ्य विभाग सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाकर जिले को फाइलेरिया मुक्त करने के लिए संकल्पित है।
फाइलेरिया पीड़ित 52 वर्षीया नमिता ने दवा सेवन कर दिया जागरूकता का संदेश:
नगर पर्षद क्षेत्र वार्ड संख्या 4 की निवासी 52 वर्षीया नमिता राय, (पति – विपीन राय) खुद फाइलेरिया यानी हाथीपांव से पीड़ित है। पिछले 1 वर्ष से उसके बाएं पैर में सूजन है। नमिता बताती है कि जब उन्हें यह पता चल की वाह फाइलेरिया नामक रोग से पीड़ित है तब से वह लगातार डॉक्टर से संपर्क में रहती है एवं उनके द्वारा बताए गए दवा तथा उपायों को अपनाती आ रही है। वह बताती हैं कि इस रोग से उसे निजात तो कभी नहीं मिलेगी लेकिन फिर भी वो डॉक्टर द्वारा बताए गए दवा के आलावा हर साल डीईसी एवम् एलबेंडाजोल का सेवन करती है। यह रोग उसके परिवार के किसी और सदस्य या रिश्तेदारों को ना हो इसके लिए नमिता सभी को जागरूक करने का कार्य करती है। बुधवार को भी नमिता ने आशा कार्यकर्ता द्वारा दिए गए दवा को खाकर जागरूकता का संदेश दिया। मौके पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उपस्थित रहे।
कोरोना काल में हुई थी कठिनाई:
नमिता बताती है कि कोरोना काल के दौरान हाथी पांव यानी पैरों का अचानक बढ़ जाने से उसकी परेशानी दोगुना हो जाती थी। क्योंकि उस दरम्यान सूजन की दवा मिलने में उसे कठिनायों का सामना करना पड़ा था। नमिता के लिए लिए कोरोना वायरस महामारी के पहले तक दवा ले पाना मुमकिन था । बाएं पैर में सूजन बढ़ जाने के कारण नमिता काम करने में असमर्थ हो जाती थी। नमिता बताती है कि कोरोना काल के बाद अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर हुई है. इसलिए अब वह सदर अस्पताल के फाइलेरिया वार्ड में लगातार जाकर बेहतर इलाज करवा सकती है।
नमिता द्वारा जागरूकता संदेश देना सराहनीय कार्य: डॉ मुकेश कुमार
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार सिंह कहते हैं फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है। संक्रमण और बीमारी के लक्षण प्रकट होने में बहुत बरसों लग जाते हैं। आप संक्रमित होते हुए भी लक्षण से मुक्त दिख सकते हैं और रोग फैलाने का माध्यम हो सकते हैं। इसीलिए दवा सबको खानी चाहिए क्योंकि आप नहीं जानते कि आपके शरीर मे फाइलेरिया के सूक्ष्म परजीवी हैं अथवा नहीं। डॉ मुकेश कहते हैं कि नमिता जैसी फिलरिया पीड़ित महिला द्वारा खुद दवा का सेवन कर लोगों को जागरूकता का संदेश देना अपने आप में एक सराहनीय कार्य है। आमजनों को इससे सीखने एमडीए में दिए जा रहे दवा का आगे आकर सेवन करने के जरूरत है।
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