जिले में कालाजार के खात्मे के लिए प्रथम चरण का छिड़काव शुरू

जिले में कालाजार के खात्मे के लिए प्रथम चरण का छिड़काव शुरू
17 दल 50 राजस्व गांव में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड कीटनाशकों का करेगें छिड़काव
प्रथम चरण 60 की जगह 66 दिनों का होगा छिड़काव

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श्रीनारद मीडिया, किशनगंज,  (बिहार ):


जिले में कालाजार के खात्मे के लिए शुक्रवार 5 मार्च से जिले के 7 प्रखंडों के 50 राजस्व गांवों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड के छिड़काव की शुरुआत सिविल सर्जन कार्यालय परिसर से की गयी। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रफत हुसैन ने बताया कि वर्ष के प्रथम चरण के छिड़काव के दिनों में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले यह जहां 60 दिनों का होता था इस बार यह 66 दिनों का होगा। वहीं पहले जहां दिवालों पर छह फुट तक दवाओं का छिड़काव होता था अब वह पूरी दिवाल पर होगा सिर्फ छत को छोड़कर। जिले के डीसीएम और बीसीएम को यह निर्देश दिया है कि आशा से वह छिड़काव पूर्व की सूचना देंगे। छिड़काव के लिए कुल 17 दलों का गठन किया गया है। एक दल में एक सीनियर फील्ड वर्कर और 5 फील्ड वर्कर रहेंगे। इसके लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है और विशेष प्रिंटेड रजिस्टर में इसका लेखा-जोखा भी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं द्वारा रखा जायेगा।

जिला स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम के पर्यवेक्षण के लिए जिला, प्रखण्ड एवं सामुदायिक स्तर पर दायित्वों का निर्धारण किया गया है। जिला स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिससे दिन प्रतिदिन कालाजार के मामलों में कमी आ रही है। वर्तमान में कालाजार रोग से पीड़ितों की संख्या मात्र 08 है। जिला वेक्टर पदाधिकारी रफत हुसैन ने बताया कि जिला को कालाजार से मुक्त करने के दिशा में स्वास्थ्य कर्मी व विभागीय अधिकारी लग गये हैं। इसके लिए महादलित बस्तियों, झुग्गी में कालाजार से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ साथ सिंथेटिक पाइरोथाइराइड कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। कालाजार रोग का वाहक फ्लैबोटामस अर्जेंटाइप्स प्रजाति की मक्खी है, जिसके उन्मूलन के लिए मिल्टेफॉसिनस दवा का छिड़काव किया जाता है। उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार सोनिया मंडल , अभिनाश रॉय, आदि स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

कालाजार के संपूर्ण उन्मूलन के लिए गंभीर प्रयास की जरूरत:
उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर डॉ. रफत हुसैन ने कहा कि कालाजार के संपूर्ण उन्मूलन के मद्देनजर गंभीर प्रयास करना होगा। इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। प्रखंड स्तर, पंचायत स्तर एवं वार्ड स्तर पर इसके लिए परिवारों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल (इंवॉल्व ) कर उनका भी सहयोग प्राप्त किया जायेगा।

जिले में मात्र 08 कालाजार के मरीज है:
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी रफत हुसैन ने कहा कि अभी जिले में लगातार कालाजार मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है। 2018 में सभी प्रखंडों में 50 केस प्राप्त हुए जबकि 2019 में 24, 2020 में 11, 2021 में अभी तक 8 केस मिले हैं। इस 8 में से 5 केस दिघलबैंक के सिंघिमारी में मिले हैं।

एक दिनों में 55 घरों में छिड़काव का लक्ष्य
डॉ रफत हुसैन ने कहा कि इस छिड़काव से जिले की कुल 309387 आबादी और 60241 घर लाभांवित होंगे। एक दिन में छिड़काव के लिए 55 घरों में एसपी के छिड़काव का लक्ष्य रखा गया है। अगर किसी घर में बीमार या नवजात हो तो उस घर में छिड़काव नहीं किया जायेगा। छिड़काव में लगे कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। कहा कि क्षेत्र में इस तरह काम करावें कि वहां के लोगों मंक संदेश चला जाए कि कालाजार उन्मूलन के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है तथा आशा और आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिका के माध्यम से 2 दिन पहले ही घर वालों को सूचित कर दिया जायेगा जिससे छिड़काव करवाने में सुविधा होगी।

5 मार्च से 10 मई तक 7 प्रखंडों में छिड़काव किया जायेगा:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि कालाजार की बीमारी से बचाव के लिए 5 मार्च से जिले के 7 प्रखंडों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड के छिड़काव की शुरुआत की गयी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रफत हुसैन ने कहा कि प्रखण्ड स्तर पर जागरूक करने की भी आवश्यकता है। जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार सोनिया मंडल ने बताया कि जिले में कालाजार के मरीज लगातार कम हो रहे हैं।

अनुश्रवण को ले बनाया गया ट्रीटमेंट सेंटर:
ज़िला मलेरिया पदाधिकारी ने बताया कि किशनगंज में कालाजार के मरीजों का अनुश्रवण को ले सदर अस्पताल एवं बहादुरगंज सामुदायिक अस्पताल में ट्रीटमेंट सेंटर बनाया गया है।

कालाजार उन्मूलन के लिए छिड़काव के वक्त ध्यान में रखने वाली बातें:
– घर की दीवारों में पड़ी दरारों को भर दें
– अच्छी तरह से घर की सफाई करें। खाने-पीने का सामान, बर्तन, दीवारों पर टंगे कैलेंडर आदि को बाहर निकाल दें।
– भारी सामानों को कमरे के मध्य भाग में एकत्रित कर दें और उसे ढक दें।
– रसोईघर, गौशाला सहित पूरे घर में छह फीट की ऊंचाई तक दवा का छिड़काव कराएं।

कालाजार के निम्नलिखित लक्षण हैं
– रुक-रुक कर बुखार आना
– भूख कम लगना
– शरीर में पीलापन और वजन घटना
– तिल्ली और लिवर का आकार बढ़ना
– त्वचा सूखी और पतली होना

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