यूक्रेंन में फंसे बड़हरिया के पांच छात्रों की हुई सकुशल घर वापसी, परिवार में जश्न का माहौल

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श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):

यूक्रेन और रुस के बीच जारी युद्ध भयावह होता जा रहा है। इसी बीच केंद्र और बिहार सरकार के प्रयासों से सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के विभिन्न गांवों के बच्चों की मंगलवार को सकुशल घर वापसी हो गयी। इन बच्चों की घरवापसी से परिजनों में जश्न का माहौल है। परिजन एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशी का इजहार कर रहे हैं।

बड़हरिया प्रखंड के माधोपुर के जमशेद अहमद सिद्दीकी का पुत्र मुजाहिद जमशेद, निरखीछपरा के मनीर अहमद का पुत्र वसीम अकरम, मंशाहाता के संतोष कुमार का पुत्र अमित कुमार, बड़हरिया पश्चिम टोला के अब्दुल कूद्दस का पुत्र मो रिजवान और बड़हरिया उत्तर टोला के अली हैदर की पुत्री सहाना हैदर मंगलवार की दोपहर अपने-अपने घर पहुंचे।

ये सभी बच्चे यूक्रेन के डीनोप्रो मेडिकल कॉलेज, डीनोप्रो के छात्र हैं,जिन्होंने एक मार्च को डीनोप्रो शहर छोड़ा था। और सात मार्च को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़ी थी और मंगलवार की सुबह दिल्ली से पटना के लिए उड़े थे।

 

बहरहाल मंगलवार को अपने-अपने घर पहुंच गये। परिजनों ने राहत की सांस ली। मेडिकल छात्रों के सकुशल घर लौट आने से परिजन बेहद खुश हैं। उनके घर पहुंचते ही परिजनों की खुशी का ठिकाना ना रहा।

 

बच्चों के घर सुरक्षित पहुंच जाने पर परिजनों द्वारा भारत सरकार के पहल की प्रशंसा की गई और आभार जताया गया। परिवार में जश्न का माहौल है। अभिभावक जमशेद अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार की संवेदनशीलता से आज उनका पुत्र युद्ध ग्रस्त क्षेत्र यूक्रेन से सुरक्षित घर वापस आया है। रहेठ जलालपुर माफी निवासी मेडिकल पेशे से जुड़े भरत लाल का इकलौता पुत्र सनी लाल 2018 से यूक्रेन में रह कर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।

यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद इन बच्चों के परिजन बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे। घर पहुंचे छात्र मो रिजवान ने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद ऐसा लग रहा था कि घर पहुंचना और परिवार से मिलना सपने जैसा था। लेकिन भारत सरकार की पहल से आज वह घर अपनों के बीच पहुंच गया है। बच्चों के सुरक्षित घर वापस आने की जानकारी मिलते ही उसके घर पर शुभकामना देने वाले और बधाई देने वालों का तांता लग गया। परिवार में जश्न का माहौल है।

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