गंडक के जलस्तर में कमी से बाढ़पीड़ितों ने ली राहत की सांस
श्रीनारद मीडिया, अमृता मिश्रा, पानापुर, सारण (बिहार ):
नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से लगातार पानी छोड़े जाने से उफनाई गंडक नदी के जलस्तर में मंगलवार से कमी हो रही है।सारण तटबंध के निचले इलाकों में पिछले चार दिनों से कहर बरपा रही गंडक नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद बाढ़पीड़ितों की परेशानी अभी कम होने का नाम नही ले रही है । सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसे पृथ्वीपुर ,सलेमपुर सोनवर्षा ,बसहिया , उभवा सारंगपुर ,रामपुररुद्र 161 आदि गांवों के सैकड़ों घरो में अभी भी बाढ़ का पानी घुसा है जिससे बाढ़पीड़ितों की परेशानी बरकरार है।बाढ़पीड़ित अपने जरूरी साजो सामान एवं मवेशियों के साथ अभी भी सारण तटबंध पर शरण लेने को मजबूर हैं ।बाढ़पीड़ितों के समक्ष मवेशियों के लिए चारे की समस्या जस की तस है।वही रामपुररुद्र 161 गांव का सड़क संपर्क टूट जाने से इस गांव के लिए अभी भी नाव ही सहारा है । गल गये किसानों के अरमान ।सारण तटबंध के निचले इलाकों में दूसरी बार आयी बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है।पहली बार आयी बाढ़ के कारण अधिकांश किसान धान का बिचड़ा तक नही डाल पाये थे वही दूसरी बार आयी बाढ़ के कारण उनकी रही सही उम्मीद भी धूमिल हो गयी है।बाढ़पीड़ितों ने बताया कि खरीफ फसलों की खेती नही होने से हमारे परिवार के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।मालूम हो कि बाढ़ के कारण सैकड़ों एकड़ में खरीफ फसलों की खेती नही हो पाएगी।दूसरी बार आयी बाढ़ ने खरीफ फसलों के अलावे किसानों के अरमान भी गला दिए हैं।बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने में कमी के बाद नदी का जलस्तर घटना शुरू हो गया है।एक दो दिन में गंडक का जलस्तर सामान्य हो जाएगा .उन्होंने बताया कि सारण तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है।
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