*बीएचयू के प्रोफ़ेसर से नेपाल के पूर्व PM ने की मुलाकात, सांस्कृतिक मुददों पर हुई लम्बी चर्चा*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के भारत कला भवन के प्रोफेसर डॉ राकेश उपाध्याय ने सोमवार को नई दिल्ली में नेपाल की राजनीति के अति महत्वपूर्ण स्तम्भ और वहां के पूर्व प्रधानमंत्री बाबू राम भट्टराई तथा उनकी धर्मपत्नी हिसीला यामी भट्टराई से मुलाकात की। मुलाकात में भारत और नेपाल की सांझी सांस्कृतिक विरासत पर भावपूर्ण चिंतन हुआ।
करीब सवा घंटे से ज्यादा समय तक चर्चा हुई, जिसमें भट्टराई दम्पत्ति ने काशी को लेकर तमाम चर्चाएं की।
इस दोरान काशी विश्वनाथ और गंगा मैया के प्रति नेपाल वासियों की श्रद्धा भावना की चर्चा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री बाबू राम भट्टराई ने पंचगंगा घाट के समीप रहने वाले नेपाल मूल के वयोवृद्ध टीकाराम गुरु जी से मोबाइल से वार्ता की और अपनी धर्म पत्नी से भी बात करायी।
टीका राम जी का गांव श्रीमती भट्टराई के गांव के समीप है। दोनों ने एक दूसरे के अनेक पुराने परिचितों का भी हाल चाल लिया। उल्लेखनीय है कि टीकाराम गुरूजी 50 साल पूर्व काशी में वेद पढ़ने आए, फिर यहीं के होकर रह गए। आज भी वह घाट किनारे एक छोटे से कमरे में जीवन यापन करते हैं।
इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री ने टीकाराम गुरुजी से वादा किया कि जब भी काशी आऊंगा तो जरूर मिलूंगा। वहीं टीका राम गुरुजी ने उन्हें आशीष देते हुए कहा कि अगली बार नेपाल का प्रधान मंत्री बनकर काशी आइये।
पूर्व प्रधानमंत्री बाबू राम भट्टराई के अनुसार नेपाल का सांस्कृतिक जुड़ाव भारत से सदा से रहा है और हमारा भविष्य भी भारत से आगे भी जुड़ा रहेगा।