बाल दिवस पर स्कूली बच्चों का किया गया नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच
• डॉ. इशिका सिन्हा के द्वारा कॉपी-कलम व हार्लिक्स और चॉकलेट का किया गया वितरण
श्रीनारद मीडिया, मृत्युंजय तिवारी, छपरा (बिहार):
बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति अभिभावकों के साथ ही समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। मौसम में बदलाव होने के कारण सर्दी जुकाम बच्चों के साथ बड़ों में भी ज्यादा देखने को मिलता है । इस दौरान सर्दी जुकाम वाले मरीज को खांसी अथवा छींक के दौरान रूमाल का प्रयोग करना चाहिए । घर में भी तौलिया का प्रयोग अलग अलग होना चाहिए ।
उक्त बातें छपरा शहर के नगरपालिका चौक स्थित सात्विका न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड केयर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. इशिका सिन्हा ने बाल दिवस के मौके पर स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम दौरान कही। बाल दिवस के मौके पर डॉ. इशिका सिन्हा के द्वारा जिले प्राथमिक विद्यालय पोझी कपूर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोझी, कन्या मध्य विद्यालय पोझी बुजुर्ग में स्कूली बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री कॉपी, कलम व हार्लिक्स और चॉकलेट का वितरण किया गया।
इस दौरान बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक परामर्श भी दिया गया। इस दौरान डॉ. इशिका सिन्हा ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिए उनके स्वास्थ्य और पोषण पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है, हालांकि इस दिशा में अब भी वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियां हैं। जलवायु परिवर्तन, कोविड महामारी, और खाद्य पदार्थो में मिलावट के चलते बच्चों के पोषण पर असर देखने को मिला है।बच्चों के पोषण स्तर को बनाए रखने के लिए किस प्रकार के उपाय किए जाने चाहिए जिसमें प्रमुख रूप से पोषक तत्वों से भरपूर खाना, दाल का प्रयोग तथा नियमित समय अंतराल पर बच्चों का स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी गई।
माताओं को बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए तथा बदलते मौसम के अनुसार उनके खान-पान और दिनचर्या पर विशेष ध्यान देते हुए हर संभव बच्चों को स्वस्थ रखने का प्रयास करना चाहिए तथा किसी प्रकार की परेशानी होने पर डाक्टर से संपर्क स्थापित कर तुरंत इलाज प्रारंभ कर देना चाहिए जिससे बीमारी गंभीर रूप धारण ना कर पाए।
डॉ. इशिका सिन्हा पीएमसीएच में शिशु रोग विशेषज्ञ के पद पर पदस्थापित है। वहीं छपरा में सात्विका न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड केयर में अपना सेवा दे रही है।
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