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फ्रांस के राष्ट्रपति 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि! - श्रीनारद मीडिया

फ्रांस के राष्ट्रपति 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि!

फ्रांस के राष्ट्रपति 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि!

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गुरुवार को जयपुर के पहाड़ी किले आमेर, प्रतिष्ठित हवा महल और जंतर मंतर के खगोलीय अवलोकन स्थल का दौरा करके भारत की अपनी दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत करेंगे।

मैक्रों 26 जनवरी को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे, जो इस प्रतिष्ठित वार्षिक समारोह की शोभा बढ़ाने वाले फ्रांस के छठे नेता बन जाएंगे। जयपुर में मैक्रों द्विपक्षीय भारत-फ्रांस संबंधों और विभिन्न भूराजनीतिक बदलावों के सभी पहलुओं पर ताज रामबाग पैलेस में व्यापक बातचीत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक रोड शो में भी भाग लेंगे।

राष्ट्रपति मैक्रों एक रोड शो में लेंगे भाग

जयपुर में, राष्ट्रपति मैक्रों एक रोड शो में भाग लेने के अलावा अंबर किला, जंतर मंतर, हवा महल का दौरा करेंगे, अधिकारियों ने अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। विदेश मंत्रालय के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति का विमान गुरुवार दोपहर 2:30 बजे जयपुर हवाई अड्डे पर उतरने वाला है और वह रात लगभग 8:50 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

रोड शो शाम 6 बजे जंतर-मंतर इलाके में शुरू होने वाला है, जबकि पीएम मोदी और मैक्रों शाम 7:15 बजे अपनी बातचीत शुरू करने वाले हैं।

कई मुद्दों पर होगी बातचीत

सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा कि डिजिटल डोमेन, रक्षा, व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा, युवा आदान-प्रदान, भारतीय छात्रों के लिए वीजा मानदंडों को आसान बनाने सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर बातचीत का फोकस रहेगा।

कौन थे गणतंत्र दिवस पर भारत के पहले मुख्य अतिथि?

गणतंत्र दिवस की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत के मुख्य अतिथि होंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों 25 जनवरी को जयपुर पहुंचेंगे। आइए नजर डालते हैं कि अब तक कितने लोग गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बने हैं और इसे कैसे चुना जाता है।

गणतंत्र दिवस पर पहले मुख्य अतिथि कौन थे?

भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य अतिथि बने थे। उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनका भव्य स्वागत किया था। इसके बाद ये सिलसिला आज तक जारी है।

गणतंत्र दिवस पर अब तक के मुख्य अतिथिः

वर्ष          मुख्य अतिथि और देश

2024 राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, फ्रांस

2023        राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल सीसी, मिस्र

2020 राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, ब्राजील

2019 राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा, दक्षिण अफ्रीका

2018 सभी दस आसियान देशों के प्रमुख 

2017 क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, अबु धाबी

2016 राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, फ्रांस

2016        राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन, श्रीलंका

2015 राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेरिका 

2014 प्रधानमंत्री शिंजो आबे, जापान

2013 राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक भूटान

2012 प्रधानमंत्री यिंगलक चिनावाट, थाईलैंड

2011 राष्ट्रपति सुसीलो बाम्बांग युद्धोयोनो, इंडोनेशिया

2010 राष्ट्रपति ली म्यूंग बक, कोरिया गणराज्य

2009 राष्ट्रपति नूर्सुल्तान नाज़र्बायव, कज़ाकिस्तान

2008 राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी, फ्रांस

2007 राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रुस

2006 राजा शाह अब्दुल्ला, सउदी अरब

2005 राजा जिग्मे सिंगये वांगचुक, भूटान

2004 राष्ट्रपति लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा, ब्राजील

2003 राष्ट्पति मोहम्मद ख़ातमी, ईरान

2002 राष्ट्पति कसम उतेम, मॉरीशस

2001 राष्ट्पति अब्देलाज़िज बुटेफ्लिका, अलजीरीया

2000 राष्ट्पति ऑल्यूसगुन ओबसांजो, नाइजीरिया

1999 राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव, नेपाल

1998 राष्ट्रपति ज़्याक शिराक, फ्रांस

1997 प्रधानमंत्री बसदेव पाण्डे, त्रिनीनाद और टोबैगो

1996 राष्ट्रपति लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा, ब्राजील

1995 राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, दक्षिण अफ्रिका

1994 प्रधानमंत्री गोह चोक टोंग, सिंगापुर

1993 प्रधानमंत्री जॉन मेजर, यूके

1992 राष्ट्रपति मेरियो सोरेस, पुर्तगाल

1991 राष्ट्रपति मॉमून अब्दुल गय्यूम, मालदीव

1990 प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ, मॉरीशस

1989 नगुय वं लनं, वियतनाम

1988 राष्ट्रपति जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने, श्रीलंका

1987 राष्ट्रपति एलन गार्सिया, पेरु 

1987        राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे, जिम्बाब्वे

1986 प्रधानमंत्री एंड्रियास पपनड्रीयु, ग्रीस

1985 राष्ट्रपति राउल अल्फोंसिन, अर्जेन्टीना

1984 राजा जिग्मे सिंगये वांगचुक, भूटान 

1984        इंडोनेशियाई सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रुदिनी, इंडोनेशिया

1983 राष्ट्रपति सेहु शगारी, नाइजीरिया

1982 राजा जॉन कार्लोस प्रथम, स्पेन

1981 राष्ट्रपति जोस लोपेज़ पोर्टिलो, मेक्सिको

1980 राष्ट्रपति वैलेरी गिसकर्ड डी, फ्रांस

1979 प्रधानमंत्री मैल्कम फ्रेजर, ऑस्ट्रेलिया

1978 राष्ट्रपति पैट्रिक हिलरी, ऑयरलौंड

1977 प्रथम सचिव एडवर्ड गिरेक, पौलैण्ड

1976 प्रधानमंत्री ज़्याक शिराक, फ्रांस

1975 राष्ट्रपति केनेथ कौंडा, जांबिया

1974 राष्ट्रपति जोसिप ब्रौज टीटो, यूगोस्लाविया

1974         प्रधानमंत्री सिरिमावो बन्दरानाइक, श्रीलंका

1973 राष्ट्रपति कर्नल जॉसेफ़ मोबूतो, जैरे

1972 प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम, मॉरीशस

1971 राष्ट्रपति जुलियस नीयरेरे, तंजानिया

1969 प्रधानमंत्री टॉड झिवकोव, बुल्गारिया

1968 प्रधानमंत्री अलेक्सी कोसिजिन, सोवियत यूनियन

1968        राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज टीटो, यूगोस्लाविया

1965 खाद्य एवं कृषि मंत्री राना अब्दुल हामिद, पाकिस्तान

1963 राजा नोरोडोम सिहानोक, कंबोडिया

1961 रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय, यूके

1960 राष्ट्रपति क्लिमेंट वोरोशिलोव, सोवियत संघ

1958 मार्शल ये जियानयिंग, चीन

1955 गर्वनर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद, पाकिस्तान

1954 राजा जिग्मे दोरजी वांगचुक, भूटान

1950 राष्ट्रपति सुकर्णो, इंडोनेशिया

मुख्य अतिथि का कैसे होता है चुनाव?

गणतंत्र दिवस पर भारत के मुख्य अतिथि कौन होंगे इसके लिए विदेश मंत्रालय सीधे तौर पर सक्रिय होता है। विदेश मंत्रालय देखता है कि उस देश का भारत के साथ कैसा संबंध है। कई बिंदुओं पर सोच विचार करने के बाद विदेश मंत्रालय से इसे हरी झंडी मिलती है। इसकी प्रक्रिया करीब छह महीने तक चलती है।

मुख्य अतिथि का कैसे होता है सत्कार?

गणतंत्र दिवस पर भारत आए मुख्य अतिथि का भव्य स्वागत किया जाता है। उन्हें विशेष भोज दिया जाता है और उनकी ठहरने की खास व्यवस्था होती है। साथ ही उन्हें राष्ट्रपति के सामने गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है।

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