कोरोना के चलते प्रतिबंधों के साथ मनाया जा रहा गणेश चतुर्थी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
गणेश चतुर्थी की आज से शुरुआत हो चुकी है। देशभर में कोरोना प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए इस त्योहार को मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में प्रत्येक वर्ष इस पर्व की धूम होती है। हालांकि, इस बार कोरोना के चलते राज्य में मंदिरों को बंद किया हुआ है। जिसरे बाद भक्तों ने इसका विरोध भी किया है। उनका कहना है कि राज्य में ‘पब और बार’ खुल सकते हैं तो मंदिरों को फिर से खोलने में क्या दिक्कत है?
नागपुर में गणेश टेकड़ी मंदिर के बाहर भक्तों की भीड़ जमा हो गई और विरोध तेज हुआ। वहीं गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंद ने आज गणेश चतुर्थी पर अपने पुश्तैनी घर में परिवार के साथ पर्व मनाया। तो चलिए तस्वीरों में देखते हुए हैं कि कोरोना प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए देश में किस तरह गणेश चतुर्थी मनाई गई।
मुंबई, पुणे में लगाई गई धारा 144
अगले 10 दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव को देखते हुए मुंबई, पुणे जैसे बड़े स्थानों पर 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगाई गई है। सभी बड़े शहरों में धारा 144 लगा दी गई है। मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने वीडियो संदेश जारी कर मुंबईकरों से सादगी से गणेशोत्सव मनाने की अपील की है। नगराले ने कहा, ‘गणपति पंडालों में कोविड के दोनों डोज लगाए हुए 5 लोगों को पूजा-अर्चना के लिए और गणपति विसर्जन के दौरान 10 लोगों को जाने की छूट दी गई है। पूजा पंडालों, भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों और अन्य जगहों पर सादी वर्दी और वर्दी में पुलिस मुस्तैद रहेगी।’ उन्होंने चेतावनी दी कि कानून-व्यवस्था भंग करने या कोविड दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर दोषियों के खिलाफ धारा 188 (महामारी ऐक्ट) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई में 35 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती
नियम पालन करवाने के लिए CCTV कैमरे एवं ड्रोन से गणेश पंडालों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा श्वान दस्ता, BDDS, QRT इत्यादि को अलर्ट मोड पर रखा गया है। 35 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया गया है, जबकि 3 से 4 हजार अतिरिक्त पुलिस का इंतजाम किया गया है। पुलिस आयुक्तालय की ओर से सभी रीजन, जोन, पुलिस स्टेशन एवं सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी सभी एजेंसियों से बातचीत कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने का आदेश दिया है।
समुद्र किनारे बढ़ाई गई सुरक्षा
समुद्री तटों पर सागरी पुलिस और कोस्टल पुलिस की मदद से नजर रखी जा रही है। वॉच टावर और टेलिस्कोप के जरिए समुद्र पर नजर रखी जा रही है। शहर में ड्रोन कैमरे को उड़ाने पर पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि, पुलिस के लिए राहत की बात यह है कि कोरोना दिशानिर्देश एवं धारा 144 लागू होने के कारण सड़कों पर पहले के गणेशोत्सव की तरह इस बार कम लोग दिखाई देंगे। इसके बावजूद मुंबई पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है।
DCP एस चैतन्य ने बताया कि इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ IPC की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के सबसे बड़े त्योहारों में से एक गणेशोत्सव है। यह दस दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान गणपति पंडालों में गणपति प्रतिमाओं को देखने के लिए और विघ्नहर्ता का मुखदर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में भक्तगण जुटते हैं। इससे कोविड वायरस के संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। हालांकि, गणेशोत्सव को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने भी लोगों से इस बार भी सादगी से गणेशोत्सव मानाने की अपील की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से भीड़ नहीं करने की अपील की है
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने लोगों से कोरोना महामारी से संबंधित दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में केरल में ओणम पर्व के दौरान उमड़ी भीड़ के कारण वहां मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसीलिए त्योहारी सीजन होने के कारण महाराष्ट्र सरकार भी एहतियातन कई कदम उठा रही है।
करीब 3500 से 4000 ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी सुरक्षा व्यवस्था संभालने में जुटे हैं। सागरी तटों पर सागरी पुलिस और कोस्टल पुलिस की मदद से नजर रखी जा रही है। वॉच टावर और टेलिस्कोप के जरिए समंदर पर नजर रखी जा रही है। शहर में ड्रोन कैमरे को उड़ाने पर पाबंदी है। हालांकि, पुलिस के लिए राहत की बात यह है कि कोरोना दिशानिर्देश एवं धारा 144 लागू होने के कारण सड़कों पर पहले के गणेशोत्सव की तरह इस बार कम लोग दिखाई दिए।
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