सिद्ध संत गंगा बाबा के समाधिस्थल पर 27 दिसंबर को होगा गंगा बाबा महोत्व
* प्रसादस्वरूप लिट्टी-चोखा और खिचड़ी पाने के लिए उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
भारत ऋषि-महर्षियों और साधु-संतों का देश रहा है। संत अपनी साधना से उत्पन्न सिद्धि से दुनिया को चमत्कृत करते हैं। उन्हीं सिद्ध संतों में शामिल हैं गंगा बाबा। जिले के बड़हरिया प्रखंड के भलुआं गांव स्थित संत शिरोमणि गंगा बाबा के समाधि स्थल पर गंगा बाबा महोत्सव के अवसर पर सोमवार यानी 27 दिसंबर को त गंगा बाबा की पुण्यतिथि पर पूजा-अर्चना और विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा।
रविवार को गंगा बाबा के समाधिस्थल पर अष्टयाम के आयोजन के साथ नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन होगा। जबकि सोमवार को गंगा बाबा समाधिस्थल पर पूजा-अर्चना के बाद विशाल भंडारे का आयोजन होगा। जिसमें स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ ही सीवान, छपरा, गोपालगंज,पटना,रांची सहित पूर्वांचल के कई शहरों से आये श्रद्धालु प्रसादस्वरूप खिचड़ी और लिट्टी-चोखा पायेंगे। गया
सिद्ध संत हलखोरी बाबा,नकछेद बाबा की परपंरा के सिद्ध संत गंगा बाबा के बारे में इस परिक्षेत्र में कई तरह की किंवदंतियां और जनश्रुतियां हैं,जो उनके चमत्कारों की कहानी कहती हैं। गंगा बाबा असंभव को संभव कर दिखाने में माहिर थे। बिनमौसम फलों को मंगा लेने की अद्भुत चमत्कार से क्षेत्रवासी परिचित हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि गंगा बाबा किसी एक जगह पर बने रहना पसंद नहीं करते थे। कुछ यहां तो कुछ वहां। सादगी भरा जीवन। न किसी वस्तु की इच्छा और न कोई मोह-माया। गांव के बुजुर्गों की माने तो गंगा बाबा पानी की जगह मिट्टी में नहाते थे। चर्चा तो यह भी है कि नि:संतान हथुआ की महारानी संतान प्राप्ति के लिए बाबा की शरण में कई बार आ चुकी थीं। गंगा बाबा भगाते रहे। भक्तों को माने तो गंगा बाबा के आशीर्वाद से ही उन्हें संतान प्राप्ति हुई थी।
भक्त बताते हैं कि जब उन्हें आभास हुआ कि उनकी मृत्यु निकट आ गयी तो अपने सबसे प्रिय शिष्य से कहा था कि मुझे लेने के लिए गंगिया (गंगा) आयेगी। हुआ भी ऐसा ही। उनके प्राण त्यागने के दिन अचानक जोरों की वर्षा हुई और जल उत्पलावन शुरु हुआ।वर्षा का पानी उनके शरीर को छूकर चला गया था।
बहरहाल, गंगा बाबा महोत्सव की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। इस गांव के श्रद्धालु योगेंद्र सिंह,चुन्नू सिंह, अभिषेक सिंह,नरेंद्र सिंह, चंद्रशेखर सिंह मुंशी जी, अनमोल कुमार वर्मा,अमित सिंह, हरेराम सिंह, राजन श्रीवास्तव, अजय सिंह, देवकुमार मिश्र, उदय कुमार सहित पूरे ग्रामीण पूजा-अर्चना और भंडारे की तैयारी में जुटे हुए हैं।
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