*काशी विद्यापीठ में छात्रों का कर दिया जेंडर चेंज, एजेंसी-साइबर कैफे की गड़बड़ियों का खामियाजा भुगत रहे छात्र*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संबद्ध महाविद्यालयों में आवेदन पत्रों की गड़बड़ी से विद्यार्थी परेशान हैं। विश्वविद्यालय से लेकर संबद्ध महाविद्यालयों में आवेदन पत्रों में गड़बड़ी सामने आ रही है। कहीं छात्र को छात्रा तो छात्रा को छात्र बना दिया गया है।काशी विद्यापीठ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संबद्ध महाविद्यालयों में आवेदन पत्रों की गड़बड़ी से विद्यार्थी परेशान हैं। विश्वविद्यालय से लेकर संबद्ध महाविद्यालयों में आवेदन पत्रों में गड़बड़ी सामने आ रही है। कहीं छात्र को छात्रा तो छात्रा को छात्र बना दिया गया है। किसी की जन्मतिथि गड़बड़ है तो किसी के नाम में ही अंतर है।विश्वविद्यालय और महाविद्यालय की गड़बड़ियों का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। परीक्षा फार्म भरने की तिथि पांच मार्च से बढ़ाकर 15 मार्च कर दी गई है। इससे छात्रों को थोड़ी राहत तो मिली है, लेकिन उनके पंजीकरण फार्म की गड़बड़ियां अभी तक दूर नहीं हो सकी हैं। 15 फरवरी से आवेदन पत्रों की गड़बड़ी से संबंधित आठ से दस मामले रोजाना विश्वविद्यालय के परीक्षा पटल पर पहुंच रहे हैं। अबतक करीब 150 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं। छात्रों को विश्वविद्यालय से महाविद्यालय तक की दौड़ लगवाई जा रही है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने तो सही आवेदन किया था, लेकिन जब ऑनलाइन डाटा फीड किया गया तो उसमें गड़बड़ियां नजर आ रही हैं।
केस एक-
एलएलबी के छात्र आकाश कुमार को आवेदन फार्म में छात्र की जगह छात्रा बना दिया गया है। उन्होंने जब परीक्षा फार्म के लिए आवेदन किया तो आवेदन निरस्त कर दिया गया। जब उन्होंने महाविद्यालय से संपर्क किया तो पता चला कि उनके जेंडर के कालम में पुरुष की जगह महिला दर्ज हो गया है।