बड़ा काम करने दिल्ली जा रहे हैं…’, 25 करोड़ की लूट में मास्टरमाइंड कौन? लोकेश से उगलवाए जाएंगे ये राज
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
दिल्ली के ज्वलेरी शोरूम में सबसे बड़ी चोरी ने सबको हैरान कर दिया है. इसका आरोपी लोकेश पुलिस की गिरफ्त में है. पूछताछ में उसने जो प्लानिंग और तरीका बताया उससे पुलिस भी दंग रह गई. उसने बताया कि वो हर बार चोरी में नए लोगों को शामिल करता था. चोरी से पहले दिल्ली के शोरूम में उसने 20 घंटे बिताए थे. इन खुलासों के बाद अब कई सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशने में पुलिस जुटी हुई है. इसमें सबसे बड़ा सवाल ये है कि लोकेश ने किससे कहा था कि ‘बड़ा काम करने दिल्ली जा रहे हैं’.इस मामले में डीसीपी साउथ-ईस्ट राजेश देव ने बताया कि हम लोग इन्वेस्टिगेशन कर रहे थे. इसी बीच 28 तारीख को इंफॉर्मेशन मिली कि दुर्ग पुलिस को चोरी के मामले में इंट्रोगेशन के दौरान किसी ने बताया कि इसने (लोकेश) अपने साथी से कहा था कि ‘दिल्ली बड़ा काम करने जा रहे हैं’.हमारे पास भी लोकेश से जुड़ी कुछ जानकारी थी. उसके आधार पर मिलान किया गया तो पता चला कि ये चोरी को अंजाम देने वाला शातिर लोकेश ही है. इसके बाद उसकी ट्रैवल हिस्ट्री और ट्रैवल मोड की जानकारी जुटाई गई. साथ ही एक टीम रायपुर भेजी गई. इस दौरान उसकी लोकेशन भिलाई मिली. इस पर रेड मारी गई. इसमें बिलासपुर पुलिस और दिल्ली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. बिलासपुर पुलिस वहां पहले पहुंची.
ये शोरूम कैसे लोकेश के निशाने पर आया?
इस सवाल के जवाब में डीसीपी राजेश देव बताया कि लोकेश दो तीन बार यहां आया था. वो रेकी कर चुका था. रिमांड पर लेने के बाद उससे पूछताछ होगी.बताते चलें कि ज्वेलरी शोरूम में 25 करोड़ के गहने चुराने वाले लोकेश ने इस वारदात के बाद दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा दी थी. उसके पकड़े जाने के बाद पुलिस को पता चला कि लोकेश छत्तीसगढ़ में चोरी की एक वारदात में पुलिस से बचने के लिए घूमते-घूमते दिल्ली पहुंचा था. उसके शैतानी दिमाग की प्लानिंग को समझने के लिए आपको दिल्ली से 1100 किमी दूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जाना होगा.
सैलून चलाते हुए लोकेश ने अपना नया धंधा शुरू किया
पुलिस सूत्रों की मानें तो लोकेश श्रीवास कभी बिलासपुर में सैलून चलाता था. लोगों के बाल काटता था. हमेशा मुस्कुरा कर लोगों से मिलता था. किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी कि नाई का काम करने वाले लोकेश के शैतानी दिमाग में चोरी की ऐसी प्लानिंग चल रही थी.सैलून चलाते हुए लोकेश ने अपना नया धंधा शुरू किया. वो धंधा था ज्वेलरी की दुकानों में चोरी का. लोकेश ने सिर्फ ज्वेलरी शोरूम को अपना शिकार बनाने का फैसला किया. उसके इस नए धंधे के बारे में किसी को तब तक भनक नहीं लगी जब तक कि वो पकड़ा नहीं गया. उसके खिलाफ चोरी के 14 मामले दर्ज हैं. इनमें 7 सिर्फ बिलासपुर में दर्ज हैं.
बिलासपुर पुलिस से भागते-भागते भोगल बाजार गया
लोकेश जब बिलासपुर पुलिस से भागते-भागते दिल्ली आया तो वो एक दिन भोगल बाजार गया था. वहां इसने जितनी भी ज्वेलरी शोरूम है सबकी रेकी की और फिर सबसे बड़े शोरूम को चुना. उसने देखा की शोरूम में छत के रास्ते अंदर घुसा जा सकता है.इसके बाद इसने सेंधमारी से जुड़े तमाम औजार जुटाए और फिर पता किया कि किस दिन ये बाजार बंद होता है. जब उसे पता लगा की बाजार सोमवार को बंद होता है तो इसने रविवार की रात को अंदर जाने का प्लान बनाया. प्लान के मुताबिक लोकेश श्रीवास बगल की बिल्डिंग से रविवार की रात तकरीबन 11 बजे शोरूम में दाखिल हुआ.खाने-पीने का सामान साथ लेकर चलता था लोकेश फिर सोमवार की शाम करीब 7 बजे जिस रास्ते गया था उसी रास्ते वापस लौट गया. शोरूम में लोकेश करीब 20 घंटे रुका, वो अपने साथ खाने पीने का सामान साथ लेकर चलता था. उसने अंदर खाया पिया और लॉकर की दीवार तोड़कर जब थक गया तो अंदर ही कुछ देर सो भी गया था. फिलहाल पुलिस उस शख्स की तलाश में है जिसमें लोकेश की इस चोरी में मदद की है.
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