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खुशखबरी: लंबे इंतजार के बाद जिलावासियों को मिली ब्लड बैंक की सौगात

खुशखबरी: लंबे इंतजार के बाद जिलावासियों को मिली ब्लड बैंक की सौगात

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सदर अस्पताल परिसर में जल्द शुरू होगा ब्लड बैंक का संचालन, लाइसेंस मिला:
दुर्घटनाग्रस्त व जटिल रोग से ग्रसित मरीजों को आसानी से उपलब्ध होगा ब्लड:
ब्लड बैंक का संचालन जल्द शुरू कराने की कवायद में जुटा अस्पताल प्रशासन:

श्रीनारद मीडिया‚ अररिया,  (बिहार)


जिलावासियों के लिये एक अच्छी खबर है। लंबे इंतजार के बाद उन्हें ब्लड बैंक की सौगात मिली है। सदर अस्पताल परिसर में पूर्व से संचालित ब्लड स्टोरेज सेंटर अब जल्द ही ब्लड बैंक के रूप में तब्दील होने वाला है। विभागीय स्तर पर इसे लेकर काफी समय से प्रयास किये जा रहे थे। तमाम आधारभूत संरचना व भौतिक संसाधन विकसित किये गये थे। कई चरणों में वरीय अधिकारियों के निरीक्षण व अनुश्रवण के पश्चात बीते गुरुवार को निदेशालय औषधि नियंत्रण प्रशासन द्वारा सदर अस्पताल को ब्लड बैंक संचालन के लिये लाइसेंस निर्गत कर दिया गया है। इसके बाद से स्वास्थ्य प्रशासन इसके क्रियान्वयन यथाशीघ्र शुरू कराने के प्रयासों में जुट चुका है।

ब्लड बैंक में 300 यूनिट ब्लड स्टोरेज की होगी क्षमता:
सदर अस्पताल में स्थापित ब्लड बैंक 300 यूनिट ब्लड स्टोरेज क्षमता वाला होगा। ब्लड बैंक का सफल संचालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से पूर्व में कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसे लेकर ब्लड बैंक में डॉ राजेंद्र कुमार व डॉ नवनीत कुमार की प्रतिनियुक्ति की गयी है। इसके साथ ही लैब टेक्निशियन के तौर पर अबरार आलम, बादल कुमार, मुजफरूल इस्लाम की प्रतिनियुक्ति की गयी है। वहीं ब्लड बैंक में जीएनएम नीलमनी कुमारी व बतौर काउंसिलर शिव कुमार सहगल की प्रतिनियुक्ति की गयी है।

कुछ एक मामलों को छोड़ गिव एंड टेक के आधार पर होगा संचालन: अस्पताल प्रबंधक
ब्लड बैंक के संचालन से जुड़ी जानकारी देते हुए अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि सामान्य तौर पर सदर अस्पताल में इलाजरत मरीज के लिये एक यूनिट ब्लड लेने पर इतना ही ब्लड उन्हें डोनेट करना होगा। निजी अस्पताल में इलाजरत मरीज के लिये ब्लड लेने पर परिजनों को प्रति यूनिट 500 रुपये का भुगतान प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में करना होगा। उन्होंने बताया कि थैलेसिमिया, हीमोफिलिया व स्किलसेलिमेनिया के मरीजों को ब्लड की जरूरत पड़ने पर उन्हें यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध होगी। इसके लिये उन्हें निर्धारित मात्रा में ब्लड डोनेट करने की जरूरत भी नहीं होगी।

ब्लड बैंक का संचालन शुरू होना जिलावासियों के लिये महत्वपूर्ण: सिविल सर्जन
सदर अस्पताल में ब्लड बैंक का संचालन जिलावासियों के लिए महत्वपूर्ण है। सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने कहा कि पहले ब्लड की जरूरत पड़ने पर पूर्णिया स्थित ब्लड बैंक पर हमें निर्भर रहना पड़ता था। विभिन्न सामाजिक संस्था के माध्यम से ब्लड डोनेट किये जाने पर भी उसे पूर्णिया ब्लड बैंक में स्टोर करना होता था। अब हमें इन चुनौतियों से निजात मिल जायेगी। इतना ही नहीं गंभीर रोग से ग्रसित मरीज, दुर्घटना के गंभीर मामले व प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं में ब्लड की कमी से जुड़ी समस्या से भी हमें निजात मिल जायेगी।

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