जब्त शराब बेचने के आरोप में गोपालगंज एसपी ने चार थानेदार को किया निलंबित
शराब माफियाओं के साथ साठगांठ रखने के भी आरोप
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
- गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है
- यादोपुर थाना अध्यक्ष पिंटू कुमार ने 270 किलोग्राम गांजा जब्त किया, लेकिन केवल 70 किलो 900 ग्राम की बरामदगी दिखाई और बाकी गांजा बेच दिया
- गांजा तस्कर रितेश सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने गांजा यादोपुर थानाध्यक्ष के सहयोग से खरीदा था
- कुचायकोट थानाध्यक्ष सुनील कुमार और विशंभरपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पर शराब माफिया मुकेश यादव से पैसे लेकर संरक्षण देने का आरोप
बिहार के गोपालगंज पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने शराब माफियाओं और गांजा तस्करों के साथ साठगांठ रखने के आरोप में चार थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है. इनमें जादोपुर के थानाध्यक्ष पिंटू कुमार, विशंभरपुर थाने के मनोज कुमार, विजयीपुर के मनीष कुमार और कुचायकोट के थानाध्यक्ष सुनील कुमार शामिल हैं. निलंबन अवधि में चारों थानाध्यक्ष का मुख्यालय पुलिस केंद्र होगा. इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई के लिए एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण समर्पित करने का आदेश दिया गया है. एक साथ चार थानाध्यक्षों पर निलंबन की कार्रवाई होने से जिलेभर के पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया है.
जब्त शराब बेचने का आरोप
बताया जाता है कि जादोपुर थानाध्यक्ष पर 250 किलोग्राम गांजे की बरामदगी करने के बाद 70 किलोग्राम ही जब्ती सूची में दिखाया गया था, जबकि शेष गांजे को तस्कर के हाथों बेच दिया गया था. पुलिस अधीक्षक ने जांच करायी, तो मामला सही पाया गया. वहीं, विशंभरपुर और कुचायकोट के थानाध्यक्ष पर बेतिया के रहने वाले शराब माफिया मुकेश यादव के साथ साठगांठ रखने और संरक्षण देने का आरोप है. इन थानों में नये थानाध्यक्ष की पोस्टिंग भी जल्द करने की बात कही गयी है.
एसपी ने की बड़ी कार्रवाई
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि चारों थानाध्यक्षों पर अलग-अलग आरोप है. जांच कराने के बाद मामले में कार्रवाई की गयी है. उन्होंने कहा कि हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं. किसी भी पुलिसकर्मी या पदाधिकारी का संदिग्ध आचरण, भ्रष्टाचार या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं की जायेगी. शराबबंदी कानून को हर हाल में सख्ती से लागू कराना पुलिस की प्राथमिकता और जिम्मेदारी है. लापरवाह पुलिस अफसरों पर विभागीय कार्रवाई के लिए अनुशंसा भी की जायेगी.
गोपालगंज के यादोपुर थाना अध्यक्ष पिंटू कुमार के द्वारा 270 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया था। इस गांजा की बरामदगी यादोपुर थाना क्षेत्र के मंगलपुर में किया गया था। पुलिस अधीक्षक गोपालगंज की ओर से जारी किया गया जिलादेश पत्र के मुताबिक थानाध्यक्ष पिंटू कुमार ने महज 70 किलो 900 ग्राम ही गांजा की बरामदगी दिखाई गई।
बाकी गांजा को पैसे लेकर दूसरे को बेच दिया गया। वह गांजा औरंगाबाद पुलिस ने जब्त कर लिया। जब्ती के दौरान तस्कर रितेश सिंह, गांव बलुआ टोला ने पुलिस को बताया था कि वह 270 किलोग्राम गांजा यादोपुर थानाध्यक्ष के सहयोग से खरीदा था। इसी मामले में गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने का आदेश दिया।
इसके साथ ही उन्हें यादोपुर थानाध्यक्ष के पद से सस्पेंड कर दिया गया। अब उनको गोपालगंज पुलिस केंद्र में लाइन हाजिर किया गया है। इसके अलावा कुख्यात शराब माफिया मुकेश यादव का भी कुचायकोट थानाध्यक्ष सुनील कुमार और विशंभरपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार के साथ भी सांठगांठ का भी आरोप है।
तस्करों को संरक्षण देते थे थानेदार
गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित के मुताबिक मनोज कुमार सिंह और कुचायकोट थानाध्यक्ष सुनील कुमार के द्वारा शराब तस्कर मुकेश कुमार यादव से पैसे लेकर संरक्षण दिए जाते थे। शराब तस्कर से मोटे पैसे के बदले में उसे शराब की तस्करी करने की इजाजत दी जाती थी। एसपी ने जांच के बाद यह कड़ी कार्रवाई की है। अब कुचायकोट थानाध्यक्ष सुनील कुमार और विशंभरपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार को भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। और उनके खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
शराब से भरे ट्रक ही बेच दिया
बता दें कि इसके पूर्व भी कुचायकोट थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह के द्वारा बरामद किए गए शराब से भरे ट्रक को शराब तस्करों की बेचा जा रहा था। जिसका वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई थी। वहीं, कुचायकोट थानाध्यक्ष सुनील कुमार का कुछ महीने पूर्व ही शराब तस्करों के साथ एक फोटो भी वायरल हुआ था। जिसको लेकर पटना पुलिस मुख्यालय ने गोपालगंज के तत्कालीन एसपी स्वर्ण प्रभात को जांच के आदेश दिए थे। तत्कालीन एसपी के द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी।
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