किसानों के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए सरकार- कांग्रेस
संचार के लिए वॉकी टॉकी का इस्तेमाल कर रहे किसान
देश भर में किसान बनाएंगे ‘काला दिवस
14 मार्च को रामलीला मैदान में होगी महापंचायत
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कांग्रेस ने कहा कि सरकार को किसानों से जुड़े उन मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए जिनकी वजह से किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं। यही नहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों को बुलेट की गारंटी दे रहे हैं।
बुलेट की गारंटी दे रहे पीएम मोदी
जयराम ने एक्स पर पोस्ट किया- ‘किसान हमारे देश की रीढ़ हैं। किसानों के दम पर ही हम हरित क्रांति और श्वेत क्रांति लाने में सक्षम हुए। इनकी मेहनत की वजह से ही कृषि के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बना। आज वही किसान जब एमएसपी की गारंटी मांग रहे हैं तब प्रधानमंत्री मोदी उन्हें बुलेट की गारंटी दे रहे हैं।’
किसानों का अपमान कर रही सरकारः काग्रेस
उन्होंने कहा कि किसानों पर आंसू गैस के गोले दागना और गोली चलाना अन्याय की पराकाष्ठा है। यह सरकार चंदादाताओं का सम्मान और किसानों का अपमान कर रही है। कुछ ऐसा ही सलूक युवाओं के साथ हो रहा है। जब वे रोजगार की मांग करते हैं तब उन पर लाठियां बरसाई जाती हैं। अग्निपथ जैसी योजनाओं से उनका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अब पिछले 10 साल के अन्याय काल का अंत नजदीक आ गया है। कांग्रेस पार्टी अपने पांच न्याय एजेंडे के दो मुख्य स्तंभों-किसान न्याय और युवा न्याय के माध्यम से इन्हें न्याय का हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले किसान आंदोलन के दौरान खरीदे गए सामान को इस बार भी किसानों की ओर से इस्तेमाल किया जा रहा है। इंटरनेट बंद होने के कारण किसानों ने एक दूसरे से संपर्क करने के लिए एक ट्राली में वार रूम बनाया है। जो कि वॉकी-टॉकी को कंट्रोल कर रहा है। जानकारी के मुताबिक 2020-21 में दिल्ली की सीमाओं पर लगभग 12 वॉकी-टॉकी खरीदे गए थे। जोकि इस बार फिर से इस्तेमाल किए जा रहे है।
इन वॉकी-टॉकी की लगभग चार किलोमीटर की संचार सीमा है। ये उपकरण यूनियन नेताओं को राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित तीन किलोमीटर लंबे विरोध स्थल के विपरीत छोर से भी एक दूसरे के साथ संवाद करने में सक्षम बनाते हैं।
भविष्य की रणनीति बना रहे किसान नेता
किसान संगठनों के नेता शंभू में चल रहे विरोध प्रदर्शन के लिए भविष्य की रणनीति बना रहे हैं। किसी जगह पर अगर यूनियनों ने पदाधिकारियों को एकत्रित करना हो तो वॉकी-टॉकी का उपयोग करते हैं। सभी तुरंत मोबाइल वार रूम में इकट्ठा होते हैं। इंटरनेट-आधारित संचार की कमी को दूर करने के लिए, नेता बैठकें आयोजित करने और मार्च करते समय भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वॉकी-टॉकी पर भरोसा कर रहे है।
इंटरनेट ही नहीं मोबाइल सेवाएं भी बंद – राजिंदर सिंह
वॉकी-टॉकी से लैस स्वयंसेवक राजिंदर सिंह ने कहा कि न केवल इंटरनेट, बल्कि मोबाइल सेल सेवाएं भी बंद हैं। जिससे हमारे लिए विरोध स्थल पर एक-दूसरे के साथ तालमेल करना लगभग असंभव हो गया है। शुक्र है, हमारे वॉकी-टॉकी काम आए। इसके अलावा, हमारे जैसे विरोध प्रदर्शन में असामाजिक और बेईमान तत्वों के किसानों के रूप में विरोध प्रदर्शन में घुसपैठ करने की उच्च संभावना है, और वॉकी-टॉकी हमें अपने साथी प्रदर्शनकारियों को सचेत करने में मदद करते हैं। एक अन्य किसान सुच्चा सिंह ने बताया कि वॉकी-टॉकी के बिना एक दूसरे से तालमेल बना पाना बेहद मुश्किल है। धरना कितने दिन चलेगा यह अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
14 मार्च को रामलीला मैदान में होगी महापंचायत
आंदोलन के बीच एक बार फिर से किसान भड़क गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शंभू बॉर्डर पर हुई किसान की मौत पर आक्रोश जताते हुए कल यानी 23 जनवरी को देश में काला दिवस बनाने का एलान किया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आने वाली 26 फरवरी को देश भर में ट्रैक्टर रैली निकालने की भी घोषणा की है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कल 23 फरवरी को काला दिवस मनाने का फैसला लिया। इस दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के पुतले फूंके जाएंगे। वहीं आने वाली 14 मार्च को किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत आयोजित करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने इसे लेकर छह सदस्यीय कॉर्डिनेटिंग कमेटी का गठन किया है।
बॉर्डर पर हुई थी किसान की मौत
बीते दिन शंभू बॉर्डर पर पंजाब के बठिंडा के रहने वाले किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। जिसके बाद किसान संगठन आक्रोशित हैं। पंजाब में आज जगह-जगह लोगों ने सड़कें जाम कर विरोध प्रदर्शन जताया। बीते कल किसान संगठनों को केंद्र की ओर से बैठक का पांचवां निमंत्रण दिया गया। जिसके बाद किसान संगठनों ने अपना प्रदर्शन दो दिनों के लिए टाल दिया।
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